नई दिल्ली: वामपंथी मीडिया पोर्टल ‘द वायर’ (The Wire) ने भाजपा के आईटी सेल चीफ अमित मालवीय को मेटा (Meta) से ताकतवर बताने वाली फर्जी रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसे भारी फजीहत होने के बाद कंपनी ने अपनी वेबसाइट से डिलीट कर दिया है। इसके बाद उसने देश की छवि को बदनाम करने के बाद माफी माँगने का दिखावा भी किया। विवादित पोर्टल ‘द वायर’ ने चौतरफा आलोचना के बाद कहा था कि वो अब Meta के खिलाफ रिपोर्ट बनाने के लिए इस्तेमाल हुए प्रत्येक दस्तावेज, तकनीक, क्रॉस-चेक और सूत्र की आंतरिक समीक्षा करेगा।
On The Wire… pic.twitter.com/ElZNC9yVuO
— Amit Malviya (@amitmalviya) October 27, 2022
हालाँकि, अमित मालवीय वामपंथी वेबसाइट को बख्शने के मूड में नहीं दिख रहे हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए 'द वायर' के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की बात कही है। मालवीय ने कहा है कि, 'अपने वकीलों से परामर्श करने और उनकी सलाह लेने के बाद मैंने ‘द वायर’ के विरुद्ध आपराधिक और दीवानी कार्रवाई करने का फैसला लिया है। न सिर्फ मैं आपराधिक प्रक्रिया को बढ़ाऊँगा, बल्कि मैं उन पर दीवानी अदालत में हर्जाना माँगूँगा, क्योंकि उन्होंने मेरी प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए जाली कागज़ात बनाए थे।'
बता दें कि वामपंथी वेबपोर्टल ने एक रिपोर्ट छापी थी, जिसमें दावा किया था कि अमित मालवीय इतने ताकतवर हैं कि फेसबुक या इंस्टाग्राम पर कोई पोस्ट अच्छा न लगने पर उसे फ़ौरन हटवा सकते हैं। हालाँकि, ‘Meta’ के कम्युनिकेशंस हेड एंडी स्टोन ने इस पूरी खबर को फर्जी करार दिया था। उन्होंने कहा था कि बनावटी कागज़ातों के आधार पर ‘The Wire’ ने यह रिपोर्ट बनाई है। एक अज्ञात सूत्र के आधार पर ‘The Wire’ ने दावा करते हुए कहा था कि अमित मालवीय ने सोशल मीडिया से 705 पोस्ट्स हटवाएँ हैं। हालांकि, भारी फजीहत होने के बाद ‘द वायर’ ने स्टोरी को वेबसाइट से डिलीट कर दिया है।
Statement from The Wire on the Meta Investigation.
— The Wire (@thewire_in) October 18, 2022
In light of the concerns and doubts raised about our coverage of Meta, we are setting up an internal review of all documents, information, source material and sources used for these stories.https://t.co/kpXXDqERew pic.twitter.com/X1zvdRvsIO
वामपंथी वेबसाइट ने अपने संस्थापक संपादक सिद्धार्थ वरदराजन की बाइलान वाली इस स्टोरी को तब हटाया, जब डोमेन एक्सपर्ट्स और इंडिपेंडेंट रिसर्चर ने उसकी स्टोरी को खारिज कर दिया। इसके साथ ही ये भी बताया कि शायद इस स्टोरी को गढ़ने के लिए फर्जी कागज़ातों का इस्तेमाल हुआ है। एक्सपर्ट्स के ऐसे दावे के बाद ही वायर ने अपने प्लेटफॉर्म से स्टोरी हटाई और आंतरिक समीक्षा की बात कहकर अप्रत्यक्ष रूप से स्वीकार कर लिया कि Meta पर की गई उनकी स्टोरी कितनी गलत थी।
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