भारत के राज्य पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा ने सभी राज्यों के वित्त मंत्रियों के तीन दिवसीय सत्र का आह्वान किया है ताकि वे वस्तु व सेवा कर (जीएसटी) की रूपरेखा को पुनर्गठित करने के लिए अपने सुझाव दें.
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार तृणमूल कांग्रेस की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि मित्रा ने जीएसटी के मौजूदा ढांचे को खत्म करने का भी आह्वान किया है और उनका कहना है कि इसका डिजाइन दोषपूर्ण है और आज देश में आर्थिक मंदी का यह एक कारण है. सशक्त वित्त मंत्रियों की समिति जिसके मित्रा अध्यक्ष भी हैं, ने एक साक्षात्कार में जीएसटी तीन साल से लागू होने के बाद क्यों असफल रहा, इसके पीछे चार कारण भी बताए हैं. उनका मुताबिक जीएसटी का संपूर्ण ढांचा दोषपूर्ण है, कोई डेटा परीक्षण आदि की व्यवस्था नहीं है.
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इस मामले को लेकर तृणमूल के वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, इसके नियम व कानून दोषपूर्ण है और नियमों में बार-बार परिवर्तन किया गया. हर क्षेत्र को जीएसटी से नुकसान पहुंचा है, चाहे आइटी हो, कपड़ा आदि. इसके अलावा प्रति आइटम दर संरचना में लगातार बदलाव हुए. इसके अलावा केंद्र व राज्यों के बीच समन्वय में पूरी तरह से कमी रहीं.
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