मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एक रैली के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और विपक्षी महा विकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन पर निशाना साधा। शाह ने व्यंग्य करते हुए कहा कि सोनिया जी याद रखिए, "राहुल बाबा" का राजनीतिक "विमान" जो पहले ही 20 बार "क्रैश" हो चुका है, इस बार महाराष्ट्र में 21वीं बार फिर से "दुर्घटनाग्रस्त" होने वाला है।
उन्होंने राहुल गांधी के बार-बार चुनावी असफलताओं का जिक्र करते हुए कहा कि सोनिया गांधी ने कई बार राहुल को उतारने की कोशिश की, लेकिन हर बार विफल रहे, और इस चुनाव में भी उनका हश्र वैसा ही होगा। अमित शाह ने महा विकास अघाड़ी गठबंधन को "औरंगजेब फैन क्लब" कहकर उन पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा और महायुति शिवाजी महाराज के आदर्शों पर चलती हैं, जबकि अघाड़ी गठबंधन सिर्फ सांप्रदायिक तुष्टिकरण में लगा हुआ है।
शाह ने यह भी आरोप लगाया कि पूर्व अघाड़ी सरकार ने मराठवाड़ा वाटर ग्रिड परियोजना, जिसमें 4,000 करोड़ रुपये की लागत थी, को रोक दिया, जिससे मराठवाड़ा क्षेत्र में पानी की कमी बनी रही। उन्होंने कहा कि देवेंद्र फडणवीस की सरकार ने इस योजना को शुरू किया था, लेकिन उद्धव ठाकरे की सरकार ने इसे रोक दिया। शाह ने जनता को भरोसा दिलाते हुए कहा कि 23 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक बार फिर महायुति सरकार सत्ता में आएगी, जो हर खेत तक पानी पहुंचाने का काम करेगी।
इसके अलावा, अमित शाह ने वक्फ बोर्ड के कानून में संशोधन की बात की। उन्होंने आरोप लगाया कि वक्फ बोर्ड ने कई गांवों की जमीन को वक्फ संपत्ति घोषित कर दिया है, जिसमें मंदिरों और किसानों की जमीन भी शामिल है। इस संबंध में सरकार ने एक विधेयक लाने का प्रयास किया था, लेकिन राहुल गांधी, शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने इसका विरोध किया। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 20 नवंबर को होगा और परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
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