नई दिल्ली: जिस समय सर्वोच्च न्यायालय अयोध्या मामले पर अपना फैसला सुना रहा था, उस समय गृहमंत्री अमित शाह खुद कमान संभालते हुए सभी मुख्यमंत्रियों से बात कर अपने प्रदेशों में शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील कर रहे थे। वहीं गृह मंत्रालय में आंतरिक सुरक्षा मामलों के विशेष सचिव ने भी सभी प्रदेशों और केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस महानिदेशकों (DGP) से चर्चा की थी।
शनिवार को नॉथ ब्लॉक स्थित गृह मंत्रालय में गृह सचिव से लेकर खुफिया ब्यूरो निदेशक सहित तमाम संयुक्त सचिव उपस्थित रहे। मंत्रालय के अधिकारी देशभर के प्रत्येक इलाके से कानून व्यवस्था को लेकर सूचनाएं एकत्रित कर रहे थे और इसकी सीधी जानकारी गृह मंत्री को दे रहे थे। गृह मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि अधिकतर मुख्यमंत्रियों ने अमित शाह को सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रखने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही मुख्यमंत्रियों ने राज्य में शांति व्यवस्था को उठाए गए कदमों का ब्यौरा भी गृह मंत्री को दिया है।
सूत्रों ने बताया कि मंत्रालय ने अर्धसैनिक बलों BSF, CRPF, ITBP और SSB को भी किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार रहने के लिए कहा है। साथ ही खुफिया ब्यूरो को भी सुरक्षा से सम्बंधित हर इनपुट्स को लेकर सीधे गृह सचिव को रिपोर्ट करने के लिए कहा है। फैसले से एक दिन पहले भी गृह मंत्री ने NSA अजित डोभाल, गृह सचिव अजय कुमार भल्ला और खुफिया ब्यूरो के निदेशक अरविंद कुमार सहित उच्च अधिकारियों साथ उच्च स्तरीय बैठक की थी।
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