नई दिल्ली: होम मिनिस्टर अमित शाह ने 3 नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के निर्णय का स्वागत किया है. उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी की जमकर बढ़ाई कर दी है. उन्होंने बोला है कि इस निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खास दिन चुना. उनके इस निर्णय से ये साबित होता है कि वो हर भारतीय के कल्याण के बारे में सोचते हैं. इतना ही नहीं आज गुरुनानक जयंती के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों नए कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा कर दी है. पीएम ने बोला है कि संसद के अगले सत्र में इसे वापस लेने की प्रक्रिया शुरू की जाने वाली है. बीते एक वर्ष से कई कृषक संगठन नए कानूनों का विरोध कर रहे थे.
3 नए कृषि कानूनों को वापस लेने के निर्णय का स्वागत करते हुए अमित शाह ने ट्विटर पर पोस्ट भी किया है कि, ‘खास बात ये है कि मोदी जी ने इस घोषणा के लिए ‘गुरु पर्ब’ के विशेष दिन को चुना था. उनका ये निर्णय ये भी दर्शाता है कि उनके लिए प्रत्येक भारतीय के कल्याण के अतिरिक्त और कोई विचार नहीं है. उन्होंने कुशल नेतृत्व दिखाया है.’
‘हमारी तपस्या में कमी’: पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरु नानक जयंती के मौके पर राष्ट्र के नाम संबोधन में ये एलान किया. उन्होंने बोला है कि इन कानूनों को निरस्त करने की संवैधानिक प्रक्रिया संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में पूरी की जाने वाली है. उन्होंने बोला है कि ‘मैं आज देशवासियों से क्षमा मांगते हुए सच्चे मन से और पवित्र हृदय से कहना चाहता हूं कि शायद हमारी तपस्या में ही कोई कमी रह गयी होगी, जिसकी वजह से दिये के प्रकाश जैसा सत्य कुछ किसान भाइयों को हम समझा नहीं पाए हैं.’
घर लौटने की अपील: मिली जानकारी के अनुसार उन्होंने कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) कानून, कृषि (सशक्तिकरण और संरक्षण) मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा करार कानून और आवश्यक वस्तु संशोधन कानून, 2020 के विरुद्ध बीते लगभग एक साल से राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर आंदोलन कर रहे किसानों से अपने घर वापस लौट जाने का अनुरोध किया है.
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