नई दिल्ली: जहां एक ओर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, आतंकी संगठन जैश-ए-मोम्महद के चीफ अजहर मसूद को गत एनडीए सरकार के दौरान रिहा किए जाने की याद दिला रहे हैं, वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को जवाबी हमला करते हुए कहा है कि इस तरह के संवेदनहीन बयान से पहले राहुल को उनकी पार्टी और उनके पिता के नाना जवाहरलाल नेहरू द्वारा चीन और कश्मीर पर की गई गलतियों के बारे में विचार करना चाहिए, जो देश के लिए कैंसर बन चुकी हैं.
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शाह की टिप्पणी ऐसे वक़्त में आई है, जब इसके पहले राहुल गांधी ने गांधीनगर में एक रैली में सवाल किया था कि पीएम नरेंद्र मोदी देश को यह क्यों नहीं बता रहे हैं कि अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली पूर्व एनडीए सरकार ने पुलवामा में हुए आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार अजहर को छोड़ दिया था. शाह ने कहा है कि इस तरह के सवाल उठा कर राहुल गाँधी न सिर्फ संवेदनहीनता का परिचय दे रहे हैं, बल्कि अपनी खुद की पार्टी के दिग्गज नेताओं की समझ पर भी सवाल उठा रहे हैं.
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शुक्रवार को शाह ने एक ब्लॉग में लिखा है कि, 'यह बहस न तो मसूद अजहर को छोड़ने से शुरू होती है और न इस पर समाप्त होती है. यह सूची लंबी है और यदि इस पर विचार किया गया तो कांग्रेस दोषी पार्टी के रूप में दिखेगी.' शाह ने कहा है कि, 'कंधार विमान अपहरण मामले -जिस वजह से सरकार को 170 यात्रियों के बदले अजहर को रिहा करना पड़ा था- से 10 वर्ष पहले कांग्रेस सरकार ने तत्कालीन गृहमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद की बेटी रुबिया सईद का अपहरण होने पर उसकी रिहाई के लिए 10 आतंकवादियों को रिहा किया था.'
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