नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कोयला खदानों के संचालन के लिए सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम का आगाज़ किया. इस दौरान एक अमित शाह ने एक कार्यकम को संबोधित किया. शाह ने कहा कि मोदी सरकार लगातार कोयला क्षेत्र में पारदर्शिता लाने का कार्य कर रही है. अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि कोयला क्षेत्र में पहले ये भाव होता था कि वो अपनी क्षमता के मुताबिक काम नहीं कर पा रहा है. 2014 से पहले कोयला क्षेत्र में केवल घोटाले की बातें सुनाई पड़ती थी, यही वजह थी कि इस क्षेत्र में काम नहीं हो पाता था.
शाह ने कहा कि अब कोयला क्षेत्र में केवल बड़े ही नहीं बल्कि छोटे हिस्सेदार का भी सम्मान किया जा रहा है. गृह मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी का लक्ष्य आत्मनिर्भर भारत का है, विश्व का सबसे इंटेलीजेंट युवा, मेहनतकश मजदूर हमारे पास है. पीएम मोदी ने देश के सामने एक विज़न रखा है, देश उसी दिशा में आगे बढ़ रहा है. अमित शाह ने कहा कि केवल किसी एक क्षेत्र ही नहीं बल्कि प्रत्येक क्षेत्र में आत्मनिर्भर होना आवश्यक है, कोयला उनमें अहम है. ऊर्जा की 72 फीसदी हिस्सेदारी कोयला क्षेत्र से ही है, हमें इसे बदलना होगा, किन्तु कोयले का भंडार काफी अधिक है जिसका उपयोग करना आवश्यक है.
अमित शाह ने कहा कि हमें अभी भी कोयला आयात करना पड़ रहा है, जो सही नहीं है. हमें खुद ही कोयले पर निर्भर होना चाहिए, हमारे पास इतना कोयला है उसका इस्तेमाल करना आवश्यक है. अमित शाह ने कहा कि गत वर्ष पूरी दुनिया के लिए ठीक नहीं रहा, लेकिन शक्तिशाली देश में आज झुक गए हैं और भारत की स्थिति बेहतर है.
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