कोलकाता: वर्ष 2021 में हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने 2 मई दीदी गई का नारा दिया था, अब साल 2022 है. दीदी यानी बंगाल की सीएम ममता बनर्जी तो कहीं नहीं गईं, मगर चुनाव हारने के बाद भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व बंगाल से लगभग चला ही गया था. अब विधानसभा चुनाव परिणाम के ठीक एक साल बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहली बार बंगाल आ रहे हैं.
बंगाल में अमित शाह के समक्ष कई चुनौतियां है. बंगाल में भाजपा जबर्दस्त अंतर्कलह का सामना कर रही है. दिग्गज नेता पार्टी छोड़ कर ममता की TMC ज्वाइन कर रहे हैं. इस फेहरिस्त में मुकुल रॉय, बाबुल सुप्रियो जैसे बड़े नाम शामिल हैं. कई MLA पार्टी छोड़ चुके हैं. इन चुनौतियों का सामना करने के लिए भाजपा के चाणक्य कहे जाने वाले और मैनेजमेंट गुरु अमित शाह गुरुवार को बंगाल पहुंच गए हैं.
बता दें कि बंगाल में अमित शाह कुछ सरकारी कार्यक्रमों में शामिल होंगे. मगर सिलीगुड़ी में उनकी रैली बेहद अहम है, जहां भाजपा एक बार फिर से अपना शक्ति प्रदर्शन करेगी. अमित शाह का सबसे अहम कार्यक्रम 6 मई को कोलकाता में है, जहां वो पार्टी के सांसदों, विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों से मिलकर फीडबैक लेंगे और पार्टी में उभर रहे असंतोष के स्वर का समाधान तलाशेंगे.
2 रात घर पर बिताने के बाद CM योगी ने ली मां से विदा, जानिए आगे का क्या है कार्यक्रम?
जेल में ही रहेंगे आज़म खान या मिलेगी बेल ? आज आ सकता है हाई कोर्ट का फैसला