नई दिल्ली: आज सोमवार यानी (1 जुलाई 2024) से देश में अंग्रेज़ों के जमाने के कानूनों को हटाते हुए 3 नए आपराधिक कानून लागू हो गए हैं। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रेस वार्ता कर नई न्याय व्यवस्था की खूबियां गिनाईं और विपक्ष के आरोपों पर भी उत्तर दिया। अमित शाह ने कहा कि बदलते वक़्त की जरूरत को देखते हुए कानूनों में परिवर्तन किए गए हैं। अब पहले के मुकाबले पीड़ितों को न्याय जल्दी मिलेगा।
रिपोर्ट के अनुसार, गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि नए कानूनों पर विपक्ष झूठ फैला रहा है। विपक्ष का आरोप है कि बिना चर्चा के कानूनों को पारित कर दिया गया, जबकि ऐसा बिलकुल नहीं है। अमित शाह ने बताया कि, 2020 में नए कानूनों पर सुझाव मंगाने के लिए मैंने सभी सांसद, मुख्यमंत्रियों और जजों को पत्र लिखा था। कानून को अधिनियमित करने और लागू करने से पहले संसद में इसके हर मुद्दे पर पूरी चर्चा हुई है। लोकसभा में 34 सदस्यों और राज्यसभा में 40 सदस्यों ने चर्चा में हिस्सा लिया था, बाकी कुछ वॉकआउट कर गए थे।
अमित शाह ने कहा कि, भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत पहली ऑनलाइन FIR ग्वालियर में दर्ज की गई है, जहाँ बाइक चोरी के मामले में FIR हुई है। वहीं, भोपाल में भी BNS थे एक जुलाई की सुबह और 30 जून की देर रात 12 बजकर 5 मिनट पर दर्ज की गई है। यह FIR भोपाल के हनुमानगंज थाने में दर्ज हुई है। यहां बुजुर्ग के साथ मारपीट का मामला बताया जा रहा है। भारतीय न्याय संहिता 2023 रात 12 बजे से हुई लागू हुई थी।
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