हाल ही में हुए लैंसेट रिसर्च में कहा गया है कि घातक Sars-CoV-2 virus रेस्पिरेटरी सैंपल्स की तुलना में मानव मल में लंबे समय तक रह सकता है, जिसके कारण ही कोरोना वायरस फैलता है. जी हाँ, बीते 16 मार्च को जारी की गई एक रिपोर्ट के अनुसार, SARS-CoV-2 मल में पाया जा सकता है और यह काफी लंबे समय तक इसमें जिंदा रह सकता है, जबकि रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट में इसे डिटेक्ट नहीं किया जा सकता.
T 3481 - A study in the @TheLancet shows that coronavirus lingers on human excreta much longer than in respiratory samples.
Come on India, we are going to fight this!
Use your toilet: हर कोई, हर रोज़, हमेशा । Darwaza Band toh Beemari Band! @swachhbharat @narendramodi @PMOIndia pic.twitter.com/VSMUHdjXKG
— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) March 25, 2020
इसी के साथ खबर मिली है कि इस स्टडी रिपोर्ट को कोट करते हुए बीते बुधवार को बॉलीवुड एक्टर अमिताभ बच्चन ने बुधवार को अपने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया और बताया कि कैसे घरों में आने वाली मक्खियों से कोरोना वायरस फैल सकता है. उन्होंने अपने शेयर किए गए वीडियो के कैप्शन में लिखा है, "अपने टॉयलेट का इस्तेमाल करो. हर कोई, हर रोज, हमेशा. दरवाजा बंद तो बीमारा बंद."
इसी के साथ अमिताभ बच्चन ने कहा, "आज मैं आप सभी से एक बहुत जरूरी बात करना चाहता हूं. देखिए हमारा देश कोरोना वायरस से जूझ रहा है और आप सभी को इस लड़ाई में एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है. क्या आप जानते हैं कि हाल ही में चीन के विशेषज्ञों ने ये पाया है कि कोरोना वायरस मानव मल में कई हफ्तों तक जिंदा रह सकता है." आप सभी को बता दें कि आगे बात करते हुए बिग बी ने यह भी कहा, "कोरोना वायरस का मरीज अगर पूरी तरह से ठीक भी हो जाए तब भी कुछ हफ्तों तक कोरोना वायरस उसके मल में जिंदा रह सकता है. अगर ऐसे किसी व्यक्ति के मल पर कोई मक्खी बैठ जाए और फिर वो मक्खी फल, सब्जियां या खाने पर बैठ जाएं तो यह बीमारी और फैल सकती है, इसलिए यह बहुत ही आवश्यक है और महत्वपूर्ण भी कि हम सभी कोरोना वायरस से लड़ने के लिए उसी तरह एक जन आंदोलन बनाएं जैसे हमने प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में स्वच्छ भारत मिशन को जन आंदोलन बनाकर भारत को खुले में शौच से मुक्त बनाया था." इस तरह उन्होंने सभी को सलाह दी है कि अपने आपको अपने परिवार को करना से बचाए.
तो क्या प्रिंस चार्ल्स के कारण कनिका को हुआ कोरोना वायरस?