रविवार को पूरा भारत जनता कर्फ्यू के चलते बंद रहा था. कोरोना वायरस से बचने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने सभी देशवासियों को घर में रहने को बोला था. ऐसे में शाम 5 बजे जनता ने डॉक्टरों समेत अन्य कोरोना कमांडोज का ताली बजाकर शुक्रिया अदा किया हैं. इसमें बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन भी परिवार समेत शामिल हुए हैं. इंटरनेट पर ये खबर चल रही थी कि ताली बजाने से कोरोना वायरस खत्म होता है. ये खबर गलत थी लेकिन अमिताभ बच्चन ने इसके फेक होने पर ध्यान ना देते हुए ट्वीट कर दिया. अमिताभ ने अपने ट्वीट में लिखा हैं की, 'एक सलाह दी गई है. 22 मार्च अमावस यानी महीने की सबसे काली रात है. इसमें वायरस, बैक्टीरिया, बुरी और काली शक्तियां सबसे ज्यादा ताकतवर होती हैं. शंख बजाने से वायरस कमजोर पड़ता है और कम होता है. चांद रेवती नक्षत्र में जा रहा है. इससे खून का बहाव अच्छा होता है.'
लेकिन अमावस 22 मार्च की नहीं बल्कि 24 मार्च की है. साथ ही ताली या शंख बजाने से कोरोना वायरस इन्फेक्शन खत्म नहीं होता. ये बात अमिताभ को नहीं पता थी और ऐसे में लोगों ने उनके ट्वीट में दी गई जानकारी को झूठा बताना शुरू कर दिया हैं. कई लोगों ने जवाब में ट्वीट किए. लोगों ने इस जानकारी को फेक न्यूज का नाम दे दिया हैं, जिसके बाद अमिताभ ने अपने ट्वीट को डिलीट कर दिया.ऐसी गलतियां किसी ना किसी से होती ही रहती हैं.
आपको बता दें कि एक्टर अमिताभ बच्चन ने भी जनता कर्फ्यू का समर्थन करते हुए शाम 5 बजे अपने परिवार संग घर की छत पर चढ़कर ताली बजाई. उन्होंने अपने वीडियो को भी ट्विटर पर शेयर किया. अमिताभ ने कहा कि ये भारत की एकता की जीत है. कोरोना वायरस की बात करें तो देशभर में इसके 400 से ज्यादा मामले आ चुके हैं. वहीं 7 लोगों ने अपनी जान गवां दी है. ऐसे में सरकार लोगों को घर में रहने और अपना ध्यान रखने की हिदायत दे रही है. बॉलीवुड और इंडस्ट्री पर भी कोरोना वायरस के चलते विराम लगा हुआ है.
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