टोक्यो। नाॅर्थ कोरिया चेतावनी के बाद भी अपने आयुध का परीक्षण जारी रखे हुए हैं ऐसे में अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच तनाव बढ़ गया है। हालात युद्ध तक पहुंच गए हैं। प्योंगयांग को लेकर अमेरिका ने बयान दिया है। गौरतलब है कि उत्तरी कोरिया को लेकर अमरीका बेहद कड़ा रवैया अपना रहा है।
चीन और रूस ने भी उसे चैताया है। अमेरिका कह चुका है कि उत्तर कोरिया को परमाणु कार्यक्रम बंद करना होगा। यदि ऐसा नहीं होता तो फिर प्योंगयांग के बीच युद्ध के हालात बन सकते हैं। उत्तर कोरिया अमेरिका की चेतावनी से बेखबर दिख रहा है और पहले से और अधिक आक्रामक नज़र आ रहा है।
अब यह जानकारी सामने आई है कि उत्तर कोरिया के मिसाईल कार्यक्रम के खिलाफ जापान फ्रांस अमरीका और ब्रिटेन पहला साझा सैन्य अभ्यास प्रारंभ करेंगे। ऐसे में फ्रांस का लड़ाकू जहाज जापान के सासेबो नौसेना अड्डे पर पहुंच गया है। 3 मई से प्रशांत महासागर में भी जापान, फ्रांस और ब्रिटेन द्वारा संयुक्त सैन्य अभ्यास किया जाएगा जो कि 22 मई तक चलेगा। इसमें 700 सेना अधिकारी और जवान शामिल होंगे।
जापान के जॉइंट स्टाफ ने एक बयान जारी कर कहा कि इस सैन्य अभ्यास का मकसद चारों देशों के बीच सैन्य सहयोग को मजबूत करना है। दूसरी ओर अमेरिका प्रशांत महासागर के पश्चिमी क्षेत्र में में जंगी बेड़े तैनात कर सकता है। इस तरह के निर्णय पर अमेरिका की सेना चर्चा कर रही है।
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