वाॅशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अब तक मुस्लिम विरोधी माना जाता रहा है और इसके लिए उन्हें विश्वभर में आलोचनाऐं झेलना पड़ी हैं लेकिन अब उनके भाषण ने उनकी आतंकविरोधी इमेज को सामने रखा है। जी हां, उन्होंने अमेरिकी कांग्रेस में पहली स्पीच दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि वे लोगों से अपील कर रहे हें कि आईएसआईएस के इरादों को लेकर सचेत रहें। इतना ही नहीं उनका कहना था कि नफरत किसी भी तौर पर निंदनीय है।
कंसास शूटिंग और यहूदियों के सेंटर्स को निशाने पर रखना बेहद गलत कार्य है। ट्रंप ने कहा कि आईएसआईएस हर धर्म के लोगों का शत्रु है। उन्होंने लोगों से आशावादी रहने की बात कही और कहा कि हमारा नागरिक उम्मीदें रखता है। हम एक महान देश बन सकते हैं।
उन्होंने कहा कि अमेरिका काफी मुक्त विचारधारा वाला है और भले ही कोई हमारा दुश्मन हो या फिर दोस्त हो वह जान जाएगा कि अमेरिका मजबूत है। उन्होंने कहा कि जो गलतियां हुई हैं उसे भविष्य में नहीं दोहराया जाएगा। डोनाल्ड ट्रंप का कहना था कि आईएसआईएस किसी भी धर्म को नहीं मानता है वह तो मुस्लिम, ईसाई और अन्य धर्मों के अनुयायियों को भी मार रहा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका इसे अपने सहयोगियों के साथ और मुस्लिम राष्ट्रों के साथ मिलकर समाप्त कर देगा।
उन्होंने कहा कि फ्रांस हो जर्मनी हो या कोई और देश हम वैश्विक आतंकवाद को देख चुके हैं और अमेरिका आतंक का पनाहगाह नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका की वस्तुऐं खरीदें और अमेरिकियों को रोजगार पर रखें। उन्होंने अपील की कि ओबामा केयर को समापत किया जाना चाहिए। उनका कहना था कि अमेरिका के लोगों से उन्होंने जो वादे किए हैं उसे वे पूरा करेंगे।
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