अमृतसर। अमृतसर के जौड़ा फाटक के पास हुए भयानक ट्रेन हादसे को दो दिन बीत गए हैं, लेकिन घटनास्थल की स्थिति अब भी जस की तस है। रावण दहन के दौरान रेलवे ट्रैक पर खड़े लोगों में 61 लोगों की मृत्यु हो गई थी और अन्य कई गंभीर घायल भी हैं। जिम्मेदारों के लापरवाहीपूर्ण रवैये के चलते अभी तक पटरियों पर खून लगा है और मांस के लोथे इधर—उधर बिखर रहे हैं।
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खबरों के अनुसार, घटनास्थल पर अब भी मृतकों के छत—बिछत अंग पड़े हुए हैं। कहीं पटरियां खून से लाल हैं तो कहीं जूते—चप्पल बिखरे हुए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि पटरियों का नजारा यह है कि चारों ओर खून ही खून दिखाई पड़ता है। आलम यह है कि आवारा कुत्तों ने यहां अपना डेरा बना लिया है और वह ट्रैक पर पड़े मांस के टुकड़ों को खा रहे हैं। इतना ही नहीं घटना के दो दिन हो जाने पर यहां पड़े शवों के टुकड़े अब सड़ने लगे हैं और ट्रैक पर भारी बदबू फैल रही है, जिससे आस—पास के लोगों को खासी परेशानी हो रही है। घटना के बाद रेल राज्यमंत्री से लेकर कई स्थानीय और राज्य स्तरीय नेता और अधिकारियों ने ट्रैक का दौरा किया, लेकिन इनमें से किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि अभी तक ट्रैक पर गंदगी बरकरार है, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।
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गौरतलब है कि इस मामले में जब स्थानीय रेलवे अधिकारियों ने बात की गई, तो उनका कहना था कि घटना के बाद से ही ट्रैक को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया था। रविवार को ही स्थानीय रेलवे को इसका जिम्मा सौंपा गया है। अधिकारियों ने कहा कि अब साफ—सफाई के आदेश जल्द ही जारी कर दिए जाएंगे।
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