चंडीगढ़ : अमृतसर रेल हादसे में कुल 60 लोगों के मरने के बाद ट्रेन के ड्राइवर का लिखित बयान सामने आया है जिसमें उस रात को हुई घटना की सारी जानकारी दी गई है. पंजाब और रेलवे पुलिस ने शनिवार को ट्रेन के चालक को हिरासत में ले लिया और उससे पूछताछ की गई. इसी पूछ ताछ में उसने सारी घटना को बताया है. पंजाब पुलिस अधिकारियों का कहना है कि डीएमयू (डीजल मल्टीपल यूनिट) के ड्राइवर को लुधियाना रेलवे स्टेशन से हिरासत में लिया गया और उसका लिखित लिखित बयान आधिकारिक रूप से ड्राइवर की ओर से आया है.
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बता दें ट्रेन ड्राइवर अरविंद कुमार ने पूरी घटना की जानकारी दी और कहा कि उन्होंने सैंकड़ों लोगों को देखकर ब्रेक लगाने की कोशिश की लेकिन फिर भी कई सारे लोग ट्रेन के नीचे आ गए. ऐसे में लोगों ने ट्रेन पर पथराव करने शुरू कर दिए और ऐसी स्थिति में यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर उन्होंने गाड़ी को बढ़ाया और अमृतसर स्टेशन पर पहुँचाया.
Saw a crowd of ppl around track. Immediately applied emergency brakes while continuously blowing horn. Still some ppl came under it.Train was about to stop when people started pelting stones & so I started the train for passengers' safety:DMU train's driver.#AmritsarTrainAccident pic.twitter.com/2dihtcO9Ri
— ANI (@ANI) October 21, 2018
अरविंद ने लिखा - 'मैंने 19 अक्टूबर को शाम 5 बजे चार्ज लिया. जालंधर से चलकर मैं शाम 6:44 बजे मानांवाला पहुंचा. 6:46 बजे येलो सिग्नल और ग्रीन सिग्नल मिलने पर अमृतसर के लिए ट्रेन रवाना हुई. मानांवाला और अमृतसर के बीच गेट सं. 28 का डिस्टेंट और गेट सिग्नल ग्रीन पास किया. जैसे ही गाड़ी केएम-नं. 508/11 के आसपास पहुंची तो सामने से गाड़ी सं. 13006 डीएन आ रही थी. अचानक लोगों का हुजूम ट्रैक के पास दिखाई दिया तो मैंने तुरंत हॉर्न बजाते हुए इमर्जेंसी ब्रेक लगा दिया. इमर्जेंसी ब्रेक लगाने पर भी मेरी गाड़ी की चपेट में कई लोग आ गए. गाड़ी की स्पीड लगभग रुकने के करीब थी तो बड़ी संख्या में लोगों ने मेरी गाड़ी पर पथराव शुरू कर दिया. गाड़ी में बैठी सवारियों की सुरक्षा को देखते हुए ट्रेन को आगे बढ़ाया और होम सिग्नल की स्थिति में अमृतसर स्टेशन पर आ गया.'
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इसके अलावा दशहरा कार्यक्रम के आयोजकों के खिलाफ अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है. बताया जा रहा है कि ड्राइवर ने ग्रीन सिग्नल दिया था और रास्ता साफ था लेकिन उसे नहीं पता था कि अचानक लोग ट्रैक पर आ जायेंगे. पुलिस सूत्रों का कहना है कि आयोजक अंडरग्राउंड हो गए हैं. रेलवे अधिकारी इसमें जानकारियां जुटा रहे हैं.
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