वाशिंगटन: पाकिस्तान के पेशावर में ईशनिंदा (Blasphemy) के आरोपी एक शख्स को कोर्ट में घुसकर गोली मार दी गई. भरी कोर्ट में हमलवारों ने एक के बाद एक 6 गोलियां दागकर ताहिर नसीम नामक शख्स की हत्या कर दी, जो अहमदी समुदाय से संबंधित था. इस घटना ने हर किसी को हैरान कर दिया है, यहां तक की अमेरिका ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है और फ़ौरन कार्रवाई करने के लिए कहा है.
ताहिर नसीम को दो वर्ष पूर्व पेशावर में ही ईशनिंदा के इल्जाम में गिरफ्तार किया गया था, उनपर पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी करने का आरोप था. बुधवार को पेशावर की एक कोर्ट में जब इस मामले की सुनवाई चल रही थी, तब न्यायाधीश के सामने ही कुछ लोग आए और ताबड़तोड़ गोलीबारी शुरू कर दी. इस हमले में ताहिर को 6 गोली लगीं, जिससे उसकी मौत हो गई.
पाकिस्तान की स्थायी मीडिया के अनुसार, ताहिर 2018 से ही पुलिस के शिकंजे में था, उसपर कई मामलों में मुकदमा चल रहा था. जो धाराएं उसपर लगाई गई थीं उसमें अधिकतम फांसी की सजा दी जा सकती है. इस घटना पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय के दक्षिण एशियाई विभाग ने ट्वीट किया है. ट्वीट में कहा गया है कि पाकिस्तान की कोर्ट में मारे गए अमेरिकी नागरिक ताहिर नसीम के परिवार के प्रति हम संवेदना प्रकट करते हैं. पाकिस्तान से आग्रह करते हैं कि वो आरोपियों पर कड़ा एक्शन ले और आगे इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाए.