गुंटूर: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की बहन वाईएस शर्मिला के 4 जनवरी को कांग्रेस में शामिल होने की संभावना है। बता दें कि वाईएस शर्मिला वाईएसआर तेलंगाना पार्टी की संस्थापक और अध्यक्ष भी हैं। यह घटनाक्रम कांग्रेस पार्टी द्वारा तेलंगाना में विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने और राज्य में भारत राष्ट्र समिति (BRS) का प्रभुत्व खत्म करने के कुछ दिनों बाद आया है। वाईएस शर्मिला ने अपने भाई जगन रेड्डी से अलग होकर अपनी वाईएसआर तेलंगाना पार्टी बनाई थी, लेकिन अब उनके कांग्रेस में शामिल होने के बाद पार्टी के भी कांग्रेस में विलय होने की पूरी संभावना है।
इस बीच वाईएस शर्मिला ने आज सुबह 11 बजे पार्टी के सभी नेताओं के साथ बैठक बुलाई है, जिसमें पार्टी के विलय और भविष्य की गतिविधियों पर चर्चा होने की संभावना है। तेलंगाना में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले वाईएस शर्मिला ने कांग्रेस पार्टी के लिए अपना समर्थन दोहराया था। उन्होंने वोटों के बंटवारे को रोकने के लिए तेलंगाना में 30 नवंबर को होने वाला चुनाव लड़ने से भी इनकार कर दिया है, जिससे तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (KCR) को फायदा हो सकता था।
उन्होंने कहा था कि, "मैं कांग्रेस पार्टी को समर्थन दे रही हूं क्योंकि कांग्रेस पार्टी के पास तेलंगाना विधानसभा चुनाव में जीतने की संभावना है। KCR ने अपने 9 साल के कार्यकाल में लोगों से किए गए किसी भी वादे को पूरा नहीं किया है। और यही एकमात्र कारण है कि मैं नहीं चाहती कि KCR सत्ता में आएं। मैं वाईएसआर की बेटी के रूप में कांग्रेस के जोखिम का समर्थन करती हूं।" वाईएस शर्मिला ने कहा था कि, मैं 55 से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों में कांग्रेस के वोट बैंक को प्रभावित करने जा रही हूं।
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