भारत की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी की नजर अब आंध्र राज्य में रफ्तार पकड़ने पर है। पार्टी राज्य में अपना जनाधार मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है क्योंकि उसने हाल ही में रविवार को 40 सदस्यीय समिति का गठन किया था। भाजपा में शामिल हुए पूर्व तेलुगु देशम के दो मंत्री रावला किशोर बाबू और आदिनारायण रेड्डी उपराष्ट्रपति पद के लिए पार्टी द्वारा चुने गए 10 नेताओं में शामिल थे। जिन अन्य नेताओं को उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया उनमें विशाखापत्तनम के विष्णु कुमार राजू, राजमुंदरी की रेलंगी श्रीदेवी, नेल्लोर की काकू विजयलक्ष्मी, एलुरू की मालती रानी, परवातिपुरम की निममाला जयराजू, श्रीकाकुलम के पायड़ी वेणुगोपाल, पी सुरेंद्र रेड्डी और कुरनूल के चंद्रमौली शामिल हैं।
पी.वी.एन. माधव, विष्णुवर्धन रेड्डी, सूर्यनारायण राजू, एन मधुकर और एल. एस उमा महेश्वरी, कंदरिका उमा, मातम संथी कुमारी, ए कमला और के चिरंजीव रेड्डी को राज्य सचिव नियुक्त किया गया। जी भानु प्रकाश रेड्डी, पूड़ी तिरुपति राव, सुहासिनी आनंद, चंदू सांबाशिव राव, के अंजनिया रेड्डी और एस श्रीनिवास को पार्टी प्रवक्ता नियुक्त किया गया, जबकि पार्टी ने कोषाध्यक्ष पद के लिए वी सत्यमूर्ति और पी श्रीनिवास को कार्यालय सचिव चुना।
एपी में एक प्रमुख राजनीतिक ताकत के रूप में उभरने पर नजर गड़ाए हुए भाजपा जब भी कोई मौका देख कर खुद को पेश करती है तो अपनी मौजूदगी महसूस करती है। उदाहरण के लिए, यह तुरंत अतरवेदी मंदिर रथ जलने की घटना से जुड़ा हुआ है। विष्णुवर्धन रेड्डी ने कहा कि भाजपा ने प्रदेश कमेटी में समाज के सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व दिया। उन्होंने कहा, 'हम पार्टी प्रमुख सोमू वीरराजू के नेतृत्व में एपी में भाजपा को सत्ता में लाने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे। उन्होंने कहा, हम जनता के कारण के लिए लड़ेंगे और एक जिम्मेदार राजनीतिक दल की भूमिका निभाएंगे।
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