माइक्रोसॉफ्ट कम्पनी ने पिछले साल बिल्ड कांफ्रैंस में 'प्रोजेक्ट एस्टोरिया' के बारे में बताया था. यह 'प्रोजेक्ट एस्टोरिया' डेवलपर्स के लिए एक पूल का काम करने वाला है. इसका इस्तेमाल करके यूजर्स एंड्रॉयड ऍप को विंडोज 10 डिवाइस पर आसनी से चला सकते है. इसकी घोषणा करने के बाद माइक्रोसॉफ्ट ने यूजर्स को नाराज कर दिया था. माइक्रोसॉफ्ट ने यह बताया है कि कम्पनी अभी इस पर काम नही कर रही है.
कम्पनी 'प्रोजेक्ट एस्टोरिया' की जगह आई.ओ.एस. ब्रिज बनाने पर ज्यादा ध्यान दे रही है. आई.ओ.एस. के आने के बाद यूजर्स एंड्रॉयड ऍप को विंडोज पर पोर्ट आसानी से कर सकते है.
माइक्रोसॉफ्ट कम्पनी ने अभी कुछ समय पहले ही Xamarin नाम की कम्पनी पर अपना कब्जा कर लिया है. डेवलपर्स अब एक ही भाषा में ऍप का निर्माण करेंगे और उन्हें अलग अलग प्लेटफार्म पर कस्टमाइज करेंगे.