दुनिया में सबसे ज्यादा Android स्मार्टफोन उपयोग किया जाता हैं. इस ऑपरेटिंग सिस्टम को यूज करने वाले के लिए बड़ी संख्या है.एक कंज्यूमर फर्म द्वारा जारी किए गए रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर के 1 अरब से ज्यादा Android यूजर्स डाटा प्राइवेसी और हैकिंग जैसे खतरों से जूझ रहे हैं। इन सभी स्मार्टफोन के लिए लेटेस्ट सिक्युरिटी अपडेट और बिल्ट-इन प्रोटेक्शन जारी नहीं किए गए हैं. कंज्यूमर फर्म ने Google डाटा के आधार पर ये रिपोर्ट बनाया है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया भर में हर 5 में से 2 (40%) Android यूजर्स को लेटेस्ट सिक्युरिटी अपडेट नहीं मिला है। लेटेस्ट सिक्युरिटी अपडेट नहीं मिलने की वजह से ये यूजर्स किसी बड़े डाटा चोरी या हैकिंग के शिकार हो सकते हैं.
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पिछले साल Google ने अपने लेटेस्ट ऑपरेटिंग सिस्टम Android 10 को रोल आउट किया है. इस लेटेस्ट ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए फरवरी में नया सिक्युरिटी पैच रोल आउट किया गया है. यही नहीं, Google ने Android 9 Pie और Android 8 Oreo के लिए भी हर महीने नए सिक्युरिटी पैच को रोल आउट करता है, ताकि यूजर्स को हैकिंग और डाटा लीक जैसे खतरों से बचाया जा सके.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि रिसर्चर्स ने Motorola, Sony, Samsung, LG, Google के कई मॉडल्स को टेस्ट किया और पाया कि हैकर्स आसानी से इन डिवाइस के यूजर्स की निजी जानकारियों को चुरा सकते हैं. हैकर्स इन डिवाइसेज में मेलवेयर भेजकर आसानी से डिवाइस को कंट्रोल कर सकेंगे.खास तौर पर Android Kitkat या उससे पहले के ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ आने वाले डिवाइसेज में ये खतरा सबसे ज्यादा है। 2012-13 में लॉन्च हुए ज्यादातर स्मार्टफोन इस्तेमाल करने वाले यूजर्स के लिए अब कोई भी सिक्युरिटी अपडेट नहीं मिलता है. ऐसे में ये डिवाइसेज सबसे ज्यादा रिस्की हैं.
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