नई दिल्ली : देश में इस साल मक्का और जौ समेत तमाम मोटे अनाज का उत्पादन घटने के कारण प्रमुख खाद्यान्न गेहूं से ऊंचे भाव पर पशुचारा में उपयोग होने वाले अनाज बिकने लगे हैं। पशुचारे की मांग जोरदार रहने के कारण मक्का और जौ की कीमतों में पिछले साल के मुकाबले काफी उछाल आया है। बिहार की मंडी में बुधवार को जहां गेहूं 1,725 रुपये प्रतिक्विंटल था वहां मक्के का भाव 1,800-1,850 रुपये प्रतिक्विंटल चल रहा था।
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इस कारण महंगा हुआ चारा
जानकारी के अनुसार दिल्ली की लॉरेंस रोड अनाज मंडी में गेहूं जहां 1,960 रुपये प्रतिक्वंटल बिक रहा था वहां मक्के का भाव 2,250 रुपये प्रतिक्विंटल था। राजस्थान के कोटा में गेहूं का भाव 1,770-1,850 रुपये प्रतिक्विंटल चल रहा था वहीं, मक्के की आवक कम होने से भाव 2,000 रुपये से ऊंचा चल रहा है। जींस कारोबारी उत्तम कटारिया ने बताया कि पशुचारे की मांग ज्यादा होने के कारण मक्के का भाव ऊंचा चल रहा है।
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इसी के साथ उत्तर प्रदेश के जींस कारोबारी ने कहा कि इस बार पशुचारे की कीमत खाद्यान्न से ऊंची हो गई है। यही कारण है कि पशुचारे में गेहूं की मांग बढ़ गई है और गेहूं की कीमतों में भी तेजी आई है। बताया जा रहा है कि उत्तर भारत में पशुचारा बनाने वाली कंपनियां बाजरा, मक्का और जौ की किल्लत होने के कारण गेहूं का इस्तेमाल अब पशुचारे में करने लगे हैं।
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