रालेगण सिद्धि : सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी स्मार्ट सिटी परियोजना को लेकर आलोचना की है। इस दौरान उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी परियोजना भारत की सुदृढ़ अर्थव्यवस्था हेतु अच्छी साबित नहीं होगी। इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक पत्र लिखा और कहा कि महात्मा गांधी ने गांवों को आत्मनिर्भर इकाई के तौर पर विकसित करने की वकालत की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शहरीकरण और स्मार्ट सिटी की बात कर रहे हैं। उनका कहना है कि शहरीकरण, पैट्रोल, डीज़ल, कैरोसीन व कोयले की खपत को बढ़ा रहे हैं।
ये सभी बातें बीमारियों के अतिरिक्त ग्लोबल वार्मिंग को बढ़ा सकती हैं। विगत 25 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुणे में स्मार्ट सिटी परियोजना का प्रारंभ किया। इसके उत्तर में समाजसेवी अन्ना हजारे ने पत्र लिखते हुए कहा कि आजादी के 68 वर्षों में शहरीकरण के महत्व ने बढ़ती आबादी, और बांधों की परेशानियां पैदा की हैं।
महात्मा गांधी के गो टू विलेजेस का आह्वान करते हुए कहा कि अन्ना हजारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गांवों को विकास का केंद्र बनाने पर ध्यान देंगे। इससे पूरे देश को ही फायदा हो सकता है। समाजसेवी अन्ना हजारे ने कहा कि रालेगण सिद्धि के युवा के पास रोजगार है। लोग शहर जाकर जो कमाते हैं उससे अधिक वे यहां कमा रहे हैं।