भोपाल: मध्य प्रदेश में कांग्रेस को फिर बड़ा झटका लगा है। पार्टी के विदिशा जिला अध्यक्ष राकेश कटारे, टीकमगढ़ के पूर्व MLA दिनेश अहिरवार, छतरपुर के पूर्व मंडी उपाध्यक्ष कैलाश द्विवेदी सहित कई नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली है। यह बात अलग है कि राकेश कटारे के भारतीय जनता पार्टी में सम्मिलित होने से कुछ मिनट पहले कांग्रेस ने उन्हें पद से हटा दिया। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने इन नेताओं को बीजेपी की सदस्यता दिलाई। इस के चलते न्यू जॉइनिंग कमेटी के संयोजक डॉ. नरोत्तम मिश्रा, संगठन महामंत्री हितानंद, पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह एवं रघुनंदन शर्मा सहित अन्य बीजेपी नेता उपस्थित थे। बीजेपी में सम्मिलित होने वालों में छतरपुर के कैलाश द्विवेदी सम्मिलित हैं, जो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी के बहनोई हैं। इसके अतिरिक्त गौरिहार जनपद अध्यक्ष श्रीमती तुलसी अनुरागी, आशीष द्विवेदी, अनिल दीक्षित भी बीजेपी में सम्मिलित हुए हैं।
वही इस मौके पर वीडी शर्मा ने कहा कि जो लोग कुछ करना चाहते हैं, उनका बीजेपी में स्वागत है। मैं कुछ दिन पहले राघौगढ़ गया था। वहां लोगों ने कहा कि जिस परिवार को हमने हमेशा वोट दिया, उस परिवार ने राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा का बहिष्कार किया। हिंदुत्व के मूल्यों की अवहेलना की। दिग्विजय सिंह आज भी बोले कि यह राजनीतिक स्टंट है। क्या रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा राजनीतिक स्टंट है? वहां के लोगों ने कहा कि वे दिग्विजय सिंह से पूछना चाहते हैं कि यह दोहरा चरित्र क्यों है? जब करोड़ों-करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र प्रभु श्री राम है, तो आप उनकी अवहेलना क्यों करते हो? कांग्रेस ने देश के करोड़ों लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ किया है। कांग्रेस देश के अंदर अपना अस्तित्व खो रही है।
विदिशा के पूर्व कांग्रेस जिला अध्यक्ष राकेश कटारे ने कहा कि हमने मोदी जी की रीति-नीति से प्रभावित होकर बीजेपी की सदस्यता ली है। मैं निश्चित तौर से गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि जिस पार्टी ने 500 वर्षों से टेंट में रह रहे रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा कराई, उसमें मुझे सम्मिलित किया गया है। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने राम मंदिर के निमंत्रण को अस्वीकार किया था। तभी से हम कांग्रेस पार्टी में घुटन महसूस कर रहे थे। मैं उस परिवार से हूं, जिसने 70-80 वर्षों से पहले विदिशा में रामलला का दरबार बनाया है। मेरे जितने व्यवसाय हैं, वह सभी प्रभु श्री राम के नाम से हैं। मेरा निवास श्रीराम कुटी हो या श्रीराम निवास हो, हम राम में अगाध आस्था रखते हैं। मेरे पिताजी का तो नाम रामसेवक कटारे हैं। वहीं, अहिरवार ने कहा कि मोदीजी ने दस साल में वह करके दिखाया है, जो अब तक किसी ने नहीं किया था। मैंने उनकी रीति-नीति से प्रभावित होकर भाजपा की सदस्यता ली है।
राकेश कटारे बीजेपी में सम्मिलित हो रहे थे, उससे पहले ही कांग्रेस ने आदेश जारी कर उन्हें पार्टी से निकाल दिया। संगठन प्रभारी उपाध्यक्ष राजीव सिंह के हस्ताक्षर से जारी चिट्ठी में बताया गया है कि राकेश कटारे प्रदेश कांग्रेस कमेटी की तरफ से वक़्त-वक़्त पर जारी दिशा-निर्देशों के पालन में निष्क्रिय रहे। इस कारण उन्हें जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद से तत्काल मुक्त किया जाता है।
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