त्योहारी सीजन से पहले ही जोरदार धमाके से दिल्ली दहल उठी। लेकिन दिल्ली पुलिस की आंख अब तक नहीं खुली। दिल्ली के बाजारों की पड़ताल की गई तो सुरक्षा भगवान भरोसे दिखाई दी। मार्केट में मचान तो लगे हैं, डीएफएमडी लगे हैं, लेकिन कहीं भी पुलिसकर्मी तैनात नजर नहीं आ रहे।
इतना ही नहीं करोल बाग, सरोजिनी नगर, सदर बाजार, पहाड़गंज और जनपथ मार्केट में सुरक्षा भगवान भरोसे दिखाई दी। इन बाजारों में न कोई पूछताछ करने के लिए सुरक्षाकर्मी तैनात हैं न ही बाजारों में लगे मेटल डिटेक्टर सही ढंग से काम कर रहा है। लोग बेरोकटोक आना जाना कर रहे है। हालांकि, बाजारों में लाउडस्पीकर के माध्यम से खरीदारों को संदिग्ध वस्तु, गतिविधि दिखाई देने पर पुलिस को सूचित करने के लिए दिशा-निर्देश अवश्य दिए जा रहे हैं।
बाजार के एंट्री व निकास द्वार पर सुरक्षाकर्मी तैनात नजर नहीं आए। सुरक्षाकर्मी के लिए अलग से बैठने का बंदोबस्त है, लेकिन वहां कोई भी मौजूद नहीं दिखा। मेटल डिटेक्टर लगाए गए है, लेकिन वह भी चालू अवस्था में नहीं है। यहां लोग बिना जांच के आ-जा रहे हैं। बाजार में देश ही नहीं विदेशी भी खरीदारी करने के लिए आते हुए नजर आए। हाल तो ये भी है कि यहां न कोई सुरक्षाकर्मियों की तैनाती है न गश्त की जा रही है। दुकानदारों ने इस बात की जानकारी दी है कि वह पुलिस का सहयोग कर रहे हैं।
खबरों का कहना है कि प्रमुख बाजारों में से एक पहाड़गंज में सुरक्षा के नाम पर खानापूर्ति साफ़ तौर पर नजर आ रही है। वहां सुरक्षा के लिए बनाए गए पुलिस वॉच टावर पर कोई सुरक्षाकर्मी नहीं है और वहां कोई पुलिस चेकपोस्ट भी नहीं दिखाई दी। बाजार में लगाए गए CCTV कैमरे भी खराब थे। पहाड़गंज इलाके में तकरीबन 700 से अधिक होटल हैं। वहीं, कई महत्वपूर्ण दुकानें भी हैं। इस कारण क्षेत्र में पूरे दिन लोगों की आवाजाही लगी हुई है।
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