नई दिल्ली: केंद्र ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को यह सलाह दे डाली है कि वे भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के परामर्श से सीरो सर्वेक्षण करें ताकि स्थानीय स्तर पर सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को तैयार करने में आवश्यक ‘सीरोप्रीवैलेंस' पर जिला-स्तरीय आंकड़ा तैयार किया जा सके। आप सभी को बता दें कि हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान दिया है जिसके मुताबिक, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण द्वारा सभी राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों के अतिरिक्त मुख्य सचिवों / प्रधान सचिवों / सचिवों (स्वास्थ्य) को लिखे गए एक पत्र में यह कहा गया है।
जी दरअसल मंत्रालय ने देश के 70 जिलों में ICMR द्वारा हाल ही में किए गए राष्ट्रीय सीरो सर्वे के निष्कर्षों को भी साझा किया, इसके मुताबिक़मध्य प्रदेश में सर्वेक्षण की गई आबादी में सीरोप्रीवैलेंस 79 प्रतिशत, महाराष्ट्र में 58 प्रतिशत पाया गया। वहीँ बात करें केरल की तो यहाँ 44.4 प्रतिशत, राजस्थान में 76.2 प्रतिशत और बिहार में 75.9 प्रतिशत पाया गया। इसके अलावा गुजरात में 75.3 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में 71.0 प्रतिशत, कर्नाटक में 69.8 प्रतिशत, तमिलनाडु में 69.2 प्रतिशत, ओडिशा में 68.1 प्रतिशत, पंजाब में 66.5, तेलंगाना में 63.1, असम में 50.3 और पश्चिम बंगाल में 60.9 प्रतिशत था।
आप सभी को बता दें कि आईसीएमआर द्वारा किए गए राष्ट्रीय सीरोप्रीवैलेंस सर्वेक्षण के चौथे दौर के निष्कर्षों का उल्लेख करते हुए, मंत्रालय ने राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को आईसीएमआर के परामर्श से अपने-अपने क्षेत्रों में सीरोप्रीवैलेंस अध्ययन करने के बारे में सलाह दी है।
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