अमरावती: कोरोना वायरस ने इस समय पूरी दुनिया में कब्जा कर रखा है. ऐसे में यह वायरस चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ था और आज पूरे विश्व में इसने खलबली मचाई हुई है. ऐसे में आप जानते ही होंगे इसके वजह से कई लोगों को बड़े बड़े नुकसान हुए हैं. इस कारण लोगों को आर्थिक रूप से भी नुकसान हुए हैं. इस समय आप देख रहे होंगे कि संक्रमण के बढ़ते हुए रूप को देखने के बाद लोग कोरोना से मरने वाले लोगों का अंतिम संस्कार करने तक में पीछे हो गए हैं.
इसके अलावा बहुत सी तो ऐसी जगह हैं जहाँ संक्रमण से मरने वालों के शवों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है. अब इसी बीच आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी ने बीते मंगलवार को ऐलान कर दिया है कि 'राज्य में अब कोरोना से जान गवाने वालों के अंतिम संस्कार के लिए सरकार की तरफ से 15 हजार रुपये दिए जाएंगे.' उनका कहना है कि, 'अगर कोई भी कोविड अस्पताल कोरोना मरीज़ों का इलाज करने से इनकार करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.' इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि, 'कोरोना से मरने वालों के शवों के अंतिम संस्कार के लिए राज्य सरकार 15 हजार रुपये देगी.'
आप सभी को हम यह भी बता दें कि वाई एस जगनमोहन ने यह फैसला तब लिया है जब विपक्षी दल ने राज्य सरकार पर कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों के शवों के साथ अमानवीय व्यवहार करने का आरोप लगाया. जी दरअसल बीते दिनों ही मुख्यमंत्री के आधिकरिक बयान में उनके हवाले से यह बात सामने आई थी कि, ‘‘मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए 15 हजार रुपये दिए जाने चाहिए और अधिकारियों को तत्काल इस बारे में आदेश जारी करने चाहिए.’’ आप तो जानते ही होंगे कि आंध्र प्रदेश में कोरोना वायरस बहुत तेजी से बढ़ता ही चला जा रहा है जिससे लोग हैरान परेशान है. इसे रोकने के कई उपाय किये जा रहे हैं लेकिन फिर भी आंकड़ा बढ़ता चला जा रहा है.
शराब पीने के बाद प्यास बुझाने के चक्कर में 100 फीट गहरे कुएं में गिरा शराबी
भारत का अयोध्या राम भगवान का जन्म स्थान नहीं, नेपाली पीएम ने किया खुलासा
सचिन पायलट के जाने से भावुक हुए शशि थरूर, बोले - काश बात यहाँ तक ना आती...