कॉमेडियन भारती सिंह सिर्फ अपने हास्य के लिए ही नहीं, बल्कि हाल के वर्षों में अपने वजन घटाने की यात्रा के कारण भी सुर्खियों में रही हैं। अपने मजेदार अंदाज और चुटकुलों से दर्शकों का दिल जीतने वाली भारती ने अपनी फिटनेस पर भी ध्यान दिया और एक शानदार वेट लॉस ट्रांसफॉर्मेशन हासिल किया। उन्होंने एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर और नियमित रूप से व्यायाम करके अपने वजन में महत्वपूर्ण कमी की, जो उनके चाहने वालों और मीडिया का ध्यान आकर्षित करने में सफल रही है।
भारती सिंह की निजी जिंदगी भी चर्चा में रहती है। उन्होंने 2017 में लेखक और कॉमेडियन हर्ष लिंबाचिया से शादी की थी। दोनों ने मिलकर कई टीवी शोज़ में एक साथ काम किया है और उनकी जोड़ी को खूब पसंद किया जाता है। भारती और हर्ष का एक बेटा है, जिसे वे प्यार से "गोला" कहते हैं। गोला का असली नाम लक्ष्य है, लेकिन यह प्यारा उपनाम उसे प्यार से दिया गया है। भारती अक्सर अपने बेटे की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करती हैं, जिसमें वह अपने बेटे के साथ बिताए गए खास पलों को साझा करती हैं। उनके फैंस भी इन पोस्ट्स को काफी पसंद करते हैं और गोला के वीडियो और तस्वीरों को खूब लाइक और शेयर किया जाता है।
हाल ही में भारती सिंह ने एक पॉडकास्ट में खुलासा किया कि उन्होंने अपने बेटे गोला की डाइट पर खास ध्यान दिया है। उनका मानना है कि बच्चों को हेल्दी खान-पान की आदतें शुरू से ही सिखानी चाहिए। उन्होंने बताया कि गोला अब ढाई साल का हो गया है, लेकिन उसे अभी तक यह नहीं पता कि चॉकलेट क्या होती है। भारती और हर्ष ने गोला को समझाया है कि चॉकलेट का मतलब सूखे मेवे (ड्राईफ्रूट्स) होते हैं। जब भी गोला चॉकलेट मांगता है, वे उसे खजूर, किशमिश, या बादाम देते हैं। उन्होंने यह भी साझा किया कि गोला को मखाने और भुने हुए चने खाने की आदत भी डाली गई है।
भारती ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि उन्होंने और हर्ष ने यह निर्णय इसलिए लिया ताकि गोला के स्वास्थ्य को बचपन से ही सही दिशा में बढ़ाया जा सके। बच्चों के स्वास्थ्य पर ध्यान देना, खासकर उनके शुरुआती विकास के चरणों में, बहुत महत्वपूर्ण है। इस तरह के खाने से बच्चों को पोषक तत्व मिलते हैं, और वे ज्यादा शक्कर या जंक फूड से दूर रहते हैं। भारती का मानना है कि बच्चे जो खाते हैं, उसका असर उनके मानसिक और शारीरिक विकास पर पड़ता है।
मखाने और भुने चने के लाभ
भारती ने गोला की डाइट में मखाना और भुने चने को खास जगह दी है। इसके पीछे कई वैज्ञानिक कारण हैं। मखाने (फॉक्स नट्स) और भुने हुए चने, दोनों ही सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।
भुने हुए चने: भुने हुए चने फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होते हैं, जिससे पाचन क्रिया बेहतर होती है। इनका नियमित सेवन वजन घटाने में मदद करता है, क्योंकि ये पेट को लंबे समय तक भरा हुआ रखते हैं और भूख को कम करते हैं। भुने हुए चने ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में भी सहायक होते हैं, जिससे डायबिटीज के रोगियों के लिए यह एक बेहतरीन स्नैक विकल्प है। इसके अलावा, चने में मौजूद पोषक तत्व दिल की सेहत को बेहतर बनाते हैं और मानसिक स्वास्थ्य को भी बूस्ट करते हैं।
मखाने: मखाने पोटैशियम और मैग्नीशियम का अच्छा स्रोत होते हैं, जो दिल को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। मखानों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है, जिससे डायबिटीज का खतरा कम होता है। इसके अलावा, मखानों में कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है, जो हड्डियों को मजबूत बनाता है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसे रोगों से बचाव करता है। मखाने ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में भी मददगार होते हैं, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है।
माता-पिता के लिए सलाह
भारती ने नई मम्मियों को यह सुझाव भी दिया कि वे अपने बच्चों को मखाने और भुने हुए चने जैसे हेल्दी स्नैक्स खिला सकती हैं। हालांकि, किसी भी नए आहार को बच्चों की डाइट में शामिल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना हमेशा जरूरी होता है। यह सुनिश्चित करता है कि बच्चों को उनके शारीरिक विकास के अनुसार सही पोषण मिल रहा है।
भारती सिंह का यह कदम न सिर्फ उनके बेटे गोला के लिए फायदेमंद है, बल्कि अन्य माता-पिता के लिए भी प्रेरणादायक है।
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