जयपुर:जयपुर में एक दलित थानाधिकारी को अपनी ईमानदारी से नौकरी करना महंगा पड़ गया. दरअसल उसने ब्राह्मणों की रैली में हवाई फायर कर रहे एक युवक से बंदूक छीन लिया था. जिसके बाद उसे दलित थानाधिकारी को हाथ जोड़कर माफी मांगनी पड़ी.घटना के बाद एसएचओ छुट्टी पर चले गए हैं और उपद्रव करनेवालों के खिलाफ कोई केस नहीं दर्ज किया गया है.
बता दें कि सर्व ब्राह्मण सभा की परशुराम रैली में हथियार लहराने से रोकने पर भीड़ ने दलित एसएचओ पर ब्राह्मणों को अपशब्द कहने का आरोप लगाते हुए हटाने की मांग की. यहाँ मौके पर पहुंचे एसपी ने भीड़ को समझाया कि हम सब हिंदू एक हैं और हमारे देवता एक हैं. बाहर लोग हमारे लड़ने का इंतजार कर रहे हैं, उसके बाद एसएचओ ने भी माफी मांग ली. मगर माफी मांगते हुए एसएचओ ने कहा कि अपनी ड्यूटी ईमानदारी से निभाने के बदले उसे इस तरह से सजा देना ठीक नहीं है. लोग हथियार लहरा रहे थे उन्हें रोकना मेरा धर्म था.
लेकिन राज्य के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने तो सारी हदें पार कर दी. उन्होंने कहा एसएचओ तो भगवान परशुराम को हाथ जोड़ रहा था. एसएचओ इस घटना के बाद छुट्टी पर चले गए हैं. मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने बताया कि रैली में लोग फरसा-तलवार लेकर शामिल हुए थे और एक युवक एयर गन से बार-बार बीच रैली में फायर कर रहा था. समझाने पर जब वो नहीं माना तो एसएचओ ने उससे बंदूक लेकर अपनी थाने में रख ली.
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