इस वर्ष अधिक मास अमावस्या 16 अगस्त दिन बुधवार को है। अधिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 15 अगस्त को दोपहर 12:42 बजे से प्रारंभ हो जाएगी तथा यह तिथि 16 अगस्त को दोपहर 03:07 बजे तक उपस्थित रहेगी। उसके पश्चात् से सावन शुक्ल पक्ष प्रारंभ हो जाएगा। वही इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से कार्य में आ रही अड़चन दूर हो जाती है।
ईशान कोण में जलाएं घी का दीपक:-
अधिकमास की अमावस्या पर ईशान कोण में गाय के घी का दीपक जलाकर रखें। इस दीपक को सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक जलाकर रखें। ईशान कोण को देव स्थान माना गया है। इस स्थान को रोशन करने से आपके घर में मां लक्ष्मी का आगमन होता है तथा देवतागण आपसे प्रसन्न होते हैं। इस दीपक में दो लौंग और थोड़ी सी केसर भी डाल दें।
गाय की करें सेवा:-
अधिकमास की अमावस्या पर गाय की सेवा करने से परम पुण्य की प्राप्ति होती है। गाय को आटे की लोई में गुड़ डालकर खिलाएं तथा साथ ही हरा चारा भी डालें। गाय की सेवा मातृ सेवा के समान मानी जाती है। अमावस्या के दिन किसी भी पशु को भूलकर भी न मारें।
पितरों के नाम से दान:-
अमावस्या तिथि पर पितरों के नाम से दान करने वे आपसे प्रसन्न होते हैं तथा आपको आशीर्वाद देते हैं। मान्यता है कि अमावस्या तिथि पर हमारे पूर्वज हमारे आस-पास वायु के रूप में मौजूद रहते हैं तथा हमें देखकर प्रसन्न होते हैं। इस दिन उनकी पसंदीदा मिठाई, फल और वस्त्र किसी जरूरतमंद को दान करना चाहिए। इसके अतिरिक्त सूर्यास्त के पश्चात् दक्षिण दिशा में काले तिल डालकर सरसों के तेल का दीपक भी जलाना चाहिए। इससे पूर्वजों का मार्ग रोशन होता है।
पीपल के पेड़ का उपाय:-
मान्यता है कि पीपल के वृक्ष की पूजा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और उनका आशीर्वाद मिलता है। अमावस्या के दिन सुबह स्नान करके पीपल के वृक्ष पर जल अर्पित करें। शाम के समय पीपल के वृक्ष के नीचे तिल के तेल का दीपक जलाकर परिक्रमा करें।
नमक का पोंछा लगवाएं:-
वास्तु शास्त्र में नमक की अहमियत बहुत खास मानी गई है। कहा जाता है कि अमावस्या के दिन पानी में नमक डालकर पूरे घर का पोंछा लगवाने से घर से हर प्रकार की नकारात्मकता दूर होती है तथा आपके घर में खुशहाल बढ़ती है। पोंछा लगवाने के पश्चात् इस पानी को घर के बाहर फेंक दें। इससे आपके घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाएगी।