अमरावती: आंध्रप्रदेश की अराकू लोकसभा सीट पर मुकाबला रोमांचक होने जा रहा है। इस लोकसभा सीट पर अनुभवी जनजातीय नेता को चुनावी रण में उनकी बेटी टक्कर दे रही हैं। दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री विरीचेरला किशोर चंद्र सूर्यनारायण देव यहां तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं और कांग्रेस पार्टी ने उनकी पुत्री और दिल्ली की वकील, सामाजिक कार्यकर्ता वी श्रुति देवी को उनके विरुद्ध चुनाव रण में उतारा है।
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छह बार सांसद चुने गए और कांग्रेस के प्रमुख जनजातीय चेहरों में शामिल देव ने गत माह पार्टी से नाता तोड़ तेदेपा में शामिल हो गए थे। 72 वर्षीय देव उत्तर तटीय आंध्रप्रदेश के सबसे दिग्गज नेता हैं, जहां कई राजनेता क्षेत्र के पूर्व शासकों के परिवारों से आते हैं। विजियानगरम जिले के कुरुपम जनजातीय राज परिवार से ताल्लुक रखने वाले देव एक भद्र राजनेता के रूप में बेहद लोकप्रिय हैं। उनको कुरुपम का राजा भी कहा जाता है। मृदुभाषी स्वभाव के देव अनुभवी राजनेता हैं। वे अपनी विद्वता के लिए चर्चित हैं। जनजाति के लिए आरक्षित लोकसभा सीट अराकू में देव को अच्छा जनसमर्थन हासिल है। अर्थशास्त्र से ग्रेजुएट और राजनीतिशास्त्र से पोस्ट ग्रेजुएट देव प्रथम बार पर्वतीपुरम से 1977 में सांसद निर्वाचित हुए थे।
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इसके बाद वे 1980, 1984 और 2004 में सांसद बने। पार्टी में फूट होने पर वे कांग्रेस (एस) में शामिल हुए थे। 1979 में चौधरी चरण सिंह की सरकार बनने पर उन्हें इस्पात, खनन और कोयला राज्यमंत्री नियुक्त किया था। वे 1993 में तत्कालीन पीएम पी।वी नरसिंह राव के बुलावे पर कांग्रेस में वापस लौटे और 1994 में राज्यसभा सांसद बने। 2004 में उन्होंने फिर लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की और 2007 में उन्हें कांग्रेस कार्यकारिणी समिति का सदस्य बना दिया गया। 2009 में भी उन्होंने चुनाव जीता था, किन्तु 2014 में उन्हें यहाँ से हार झेलनी पड़ी थी।
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