आपके घर में भी हैं छोटे बच्चे? तो घर में जरूर लगाएं ये हर्ब्स

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बच्चे अक्सर खाने-पीने की आदतों में नखरे करते हैं, जिससे पोषक तत्वों की कमी हो जाती है, जिससे उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमज़ोर हो जाती है और वे बार-बार बीमार पड़ने लगते हैं। बार-बार दवा देने से उनके स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। इसके बजाय, उनकी दिनचर्या में कुछ जड़ी-बूटियाँ शामिल करने से उनकी सेहत को बनाए रखने में मदद मिल सकती है। ये जड़ी-बूटियाँ किचन गार्डन में उगाना आसान है और बच्चों और पूरे परिवार के लिए कई तरह के स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती हैं।

1. तुलसी (पवित्र तुलसी)
कई हिंदू घरों में तुलसी का पूजन किया जाता है, न केवल इसके आध्यात्मिक महत्व के लिए बल्कि इसके औषधीय गुणों के लिए भी। इसमें मधुमेह विरोधी यौगिक, बीटा-कैरोटीन और बीटा-क्रिप्टोक्सैंथिन एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो पाचन में सहायता करते हैं और त्वचा को चमकदार बनाते हैं।

उपयोग:
हर सुबह आधा लीटर पानी में 3-4 तुलसी के पत्ते उबालें। पानी को छानकर बोतल में भर लें। जब भी आपके बच्चे को प्यास लगे, उसे यह पानी पिलाएँ।

2. एलोवेरा
एलोवेरा अपने औषधीय उपयोगों के लिए प्रसिद्ध है, खास तौर पर त्वचा और बालों के स्वास्थ्य के लिए। यह छोटी-मोटी पाचन समस्याओं को भी ठीक कर सकता है, जिससे यह घर पर उगाई जाने वाली एक बहुमुखी जड़ी-बूटी बन जाती है।

उपयोग:
एलोवेरा को टुकड़ों में काटें और जेल निकालें। इस जेल को आपके बच्चे की त्वचा पर सीधे विभिन्न त्वचा रोगों के लिए लगाया जा सकता है या छोटी-मोटी पाचन समस्याओं में इस्तेमाल किया जा सकता है।

3. अजवाइन
अजवाइन को किचन गार्डन में उगाना आसान है और यह न केवल आपके घर की सुंदरता को बढ़ाता है बल्कि इसे एक सुखद सुगंध से भी भर देता है। यह पाचन समस्याओं के इलाज में अत्यधिक प्रभावी है।

उपयोग:
अजवाइन के बीजों को विभिन्न व्यंजनों में मिलाया जा सकता है या बीजों को पानी में उबालकर एक साधारण चाय बनाई जा सकती है। यह चाय बच्चों में पेट की परेशानी को दूर करने में मदद कर सकती है।

घर पर उगाई जाने वाली जड़ी-बूटियों के लाभ
अपने किचन गार्डन में इन जड़ी-बूटियों को उगाने से आपके बच्चे की छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए प्राकृतिक उपचार की ताज़ा और आसानी से उपलब्ध आपूर्ति सुनिश्चित होती है। अपने विशिष्ट उपयोगों के अलावा, ये जड़ी-बूटियाँ समग्र स्वास्थ्य में योगदान करती हैं और इन्हें आसानी से दैनिक दिनचर्या में शामिल किया जा सकता है।

तुलसी, एलोवेरा और अजवाइन जैसी जड़ी-बूटियों को अपने बच्चे के आहार और दैनिक दिनचर्या में शामिल करके, आप उनके स्वास्थ्य और प्रतिरक्षा को स्वाभाविक रूप से बढ़ा सकते हैं। ये जड़ी-बूटियाँ न केवल छोटी-मोटी बीमारियों के लिए प्रभावी उपचार के रूप में काम करती हैं, बल्कि सामान्य स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाती हैं। 

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