मॉर्निंग सिकनेस, जिसमें सिरदर्द, मतली और जागने पर उल्टी होती है, आमतौर पर गर्भावस्था से जुड़ी होती है। हालाँकि, गर्मियों के दौरान, उच्च तापमान, देर रात के भोजन से खराब पाचन और थकान भी सुबह की बीमारी का कारण बन सकती है। हालांकि यह स्थिति आमतौर पर गंभीर नहीं है, लेकिन दवा पर निर्भर रहने के बजाय कुछ प्राकृतिक घरेलू उपचारों से इस स्थिति को कम किया जा सकता है। यहां कुछ प्रभावी उपाय दिए गए हैं जिनकी मदद से आप अपने दिन की शुरुआत तरोताजा महसूस कर सकते हैं।
सौंफ के बीज
सौंफ़ के बीज मॉर्निंग सिकनेस से राहत दिलाने में कारगर हैं। उपयोग करने के लिए सौंफ के बीज के पाउडर को रात भर पानी में भिगो दें, सुबह इसे छान लें और पानी पी लें। वैकल्पिक रूप से, आप सौंफ की चाय बना सकते हैं या बस सौंफ के बीज चबा सकते हैं।
नींबू
नींबू की ताज़ा सुगंध मॉर्निंग सिकनेस के लक्षणों को काफी हद तक कम कर सकती है। तनाव, सिरदर्द और मतली से राहत पाने के लिए नींबू की सुगंध लें। राहत के लिए आप नींबू वाली काली चाय भी पी सकते हैं।
हर्बल चाय
अपनी नियमित दूध वाली चाय या कॉफी को हर्बल चाय से बदलने से सुबह की मतली को रोकने और समग्र स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद मिल सकती है। अपनी सुबह की दिनचर्या में पुदीना चाय, लेमन बाम चाय या कैमोमाइल चाय को शामिल करने पर विचार करें।
मॉर्निंग सिकनेस से बचाव के उपाय
भोजन का समय: सुनिश्चित करें कि रात के खाने और सोने के समय के बीच 2-3 घंटे का अंतर हो। पाचन में सहायता के लिए भोजन के बाद टहलें।
आहार विकल्प: बहुत अधिक तला हुआ या मसालेदार भोजन खाने से बचें।
नींद: सुनिश्चित करें कि आप सुबह के सिरदर्द से बचने के लिए हर रात पर्याप्त नींद लें।
इन सरल युक्तियों का पालन करके और इन प्राकृतिक उपचारों को शामिल करके, आप मॉर्निंग सिकनेस की घटना को कम कर सकते हैं और अपने दिन की एक ताज़ा शुरुआत का आनंद ले सकते हैं।
गर्मियों में ऐसे करें एलोवेरा का इस्तेमाल, आपका शरीर रहेगा ठंडा