चेन्नई: तमिलनाडु इन दिनों सनातन धर्म (हिन्दू धर्म) के विरोध का केंद्र बना हुआ है। इसी बीच राज्य से एक परेशान करने वाली खबर सामने आ रही है। दरअसल, राज्य के करूर (Karur) में सुंगागेट क्षेत्र में एक जगह को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (PCB) द्वारा सील कर दिया गया है, जहां कारीगर, भगवान विनयगर (श्रीगणेश) की मूर्तियां बनाते हैं। PCB का ये कदम विनयगर चतुर्थी (गणेश चतुर्थी) उत्सव से कुछ दिन पहले ही आया है। इससे स्थानीय हिंदू समुदाय और मूर्ति निर्माता बहुत दुखी और चिंतित हैं। लोग इस पर बहस कर रहे हैं और सोच रहे हैं कि PCB ने अब ऐसा क्यों किया। कुछ लोग कह रहे हैं कि इससे पता चलता है कि राज्य की द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) सरकार को हिंदू मान्यताओं की जरा भी परवाह नहीं है।
திருட்டு திராவிட அரசின் கேவலமான செயல்..
— Senthilnathan (@VVSenthilnathan) September 14, 2023
எல்லாம் வட்டிக்கு காசு வாங்கி பண்ண சிலைங்க அய்யா, தயுவுசெஞ்சி விட்டுடுங்க. காவலர்களிடம் கண்ணீர் மல்க கெஞ்சிய பெண்..
மனிதாபிமானமற்ற அதிகாரிகள் 10 லட்சம் மதிப்புள்ள விநாயகர் சிலைகளுக்கு சீல் வைத்தனர்..
இந்துக்களுக்கு மட்டுமல்ல,ஏழை… pic.twitter.com/BVWf4YdJ9Y
बता दें कि, विनयगर चतुर्थी त्यौहार एक बड़ा हिंदू उत्सव है। यह 18 सितंबर, 2023 को पूरे भारत और दुनिया भर के हिंदू घरों में शुरू होने वाला है। इस त्योहार के दौरान, लोग आशीर्वाद पाने के लिए अपने घरों, सार्वजनिक स्थानों और मंदिरों में भगवान गणेश (विनयगर) की मूर्तियाँ स्थापित करते हैं। लेकिन अब, उस स्थान के सील होने से जहां वे ये मूर्तियां बनाते हैं, जिसमें लगभग 400 मूर्तियां थीं, उत्सव पर गंभीर असर पड़ा है। रिपोर्टों में कहा गया है कि PCB, राजस्व विभाग और पुलिस के अधिकारियों के साथ, उस स्थान पर गया जहां वे मूर्तियां बनाते हैं, क्योंकि किसी ने शिकायत की थी। शिकायत में कहा गया है कि कारीगर, प्लास्टर ऑफ पेरिस (PoP) का उपयोग कर रहे थे, जो नियमों के खिलाफ है। हालाँकि, मूर्ति निर्माता बीते दस वर्षों से अधिक समय से आलू के आटे और अन्य प्राकृतिक आटे जैसी सामग्रियों का इस्तेमाल कर मूर्तियां बना रहे हैं, जो पानी में आसानी से घुल जाते हैं। फिर भी अधिकारियों ने उस जगह को सील कर दिया।
“ எல்லாம் வட்டிக்கு காசு வாங்கி பண்ண சிலைங்க அய்யா, தயுவுசெஞ்சி விட்டுடுங்க...” கெமிக்கல் கலந்து செய்யப்பட்டதாக 10 லட்சம் மதிப்புள்ள விநாயகர் சிலைகளுக்கு சீல் வைத்த அதிகாரிகள்... காவலர்களிடம் கண்ணீர் மல்க கெஞ்சிய பெண்
— Sukumar Dharapuram (@SukumarBjp26) September 14, 2023
➤சுங்ககேட், கரூர் pic.twitter.com/8O3PUkO1TT
एक महिला को अधिकारियों के सामने रोते और विनती करते हुए यह कहते हुए देखा गया, "हमने इन मूर्तियों को बनाने के लिए उच्च ब्याज दरों पर बहुत पैसा उधार लिया, कृपया हमें जारी रखने दें..."। शिव सेना पार्टी और सिंधु मक्कल काची जैसे स्थानीय हिंदू संगठन सवाल पूछ रहे हैं कि त्योहार से ठीक पहले ऐसा क्यों हुआ। उनका कहना है कि PCB ने मूर्तियों की सामग्री का ठीक से परीक्षण किए बिना ही उस स्थान को सील कर दिया। उनका मानना है कि यह हिंदू परंपराओं को ठेस पहुंचाने का जानबूझकर किया गया प्रयास हो सकता है। इन संगठनों के प्रतिनिधियों ने 120 विनयगर मूर्तियों का ऑर्डर दिया था और उनका मानना है कि PCB द्वारा त्योहार से ठीक दो दिन पहले इस स्थान को बंद करना हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने का एक सुनियोजित कदम है।
पुलिस को मूर्ति तोड़ कर भी दिखा दी:-
बता दें कि, इन मूर्तियों को बनाने वाले कलाकार भारत के उत्तरी राज्यों, मुख्यतः राजस्थान से आते हैं। वे एक कठिन स्थिति का सामना कर रहे हैं, क्योंकि उन्होंने अपने व्यवसाय के लिए बहुत सारा पैसा उधार लिया है और आजीविका चलाने के लिए त्योहार के दौरान मूर्तियों को बेचने पर निर्भर हैं। तेनकासी (Tenkasi) में इसी तरह के एक मामले में, मुरुगन नामक एक भाजपा कार्यकर्ता के स्वामित्व वाली जगह पर भी छापा मारा गया था, जहाँ वे भगवान विनयगर की मूर्तियाँ बनाते हैं। उन पर मूर्तियां बनाने के लिए PoP का उपयोग करने का आरोप लगाया गया था, लेकिन उन्होंने इसका दृढ़ता से खंडन किया और यहां तक कि अपनी एक मूर्ति को यह दिखाने के लिए तोड़ दिया कि यह बायोडिग्रेडेबल है। फिर भी उन पर झूठा केस दर्ज कराया गया। इससे चिंता बढ़ गई है कि DMK सरकार के तहत हिंदू मूर्ति निर्माताओं के साथ कैसा व्यवहार किया जा रहा है ?
Shame!
— Legal Rights Observatory- LRO (@LegalLro) September 10, 2023
SP Tenkasi @TenkasiPolice #TamilNadu raided Ganesh idol factory of @BJP4TamilNadu worker Murugan, manhandled him alleging he is producing PP idols, he broke one to prove its biodegradable flour, still SP ordered FAKE FIR against him! Murugan ordered to destroy all idols! pic.twitter.com/XNxpOauCdH
स्थानीय भाजपा समूह ने मुरुगन का समर्थन करने का वादा किया है, जो आलू के आटे, टैपिओका के आटे और साबूदाने के आटे जैसी बायोडिग्रेडेबल सामग्रियों का उपयोग करके दो दशकों से गणेश/विनयगर की मूर्तियाँ बना रहे हैं। ये सभी कार्य ऐसे समय में हो रहे हैं जब मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन और अन्य DMK नेता सार्वजनिक मंचों पर सनातन धर्म के बारे में आहत करने वाली टिप्पणियाँ कर रहे हैं। वे सनातन धर्म की तुलना मलेरिया, डेंगू, कोरोना, एचआईवी एड्स और कुष्ठ रोग जैसी बीमारियों से कर रहे हैं और धर्म को पूरी तरह से ख़त्म करने की वकालत कर रहे हैं। इससे हिंदू समुदाय की भावनाएं आहत हो रही हैं। हालाँकि, इसके बावजूद I.N.D.I.A.गठबंधन में शामिल 26 पार्टियां, अपनी साथी DMK को कोई सलाह-सुझाव नहीं दे रही है और न ही उनसे सनातन धर्म को निशाना न बनाने की अपील कर रहीं हैं।
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