बैंगलोर: कर्नाटक में वर्तमान में कांग्रेस की सरकार है और आरोप है कि मुस्लिम तुष्टिकरण चरम पर है। यह केवल राजनीतिक आरोप नहीं है, बल्कि ऐसा प्रतीत होता है कि सरकारी स्तर पर भी ऐसा हो रहा है। हाल ही में कर्नाटक स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (KSRTC) की एक सरकारी बस पर बजरंग बली की फोटो लगी हुई थी, जिसे देखकर विवाद उत्पन्न हो गया है। अब ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट इस मामले की जांच करेगा कि यह फोटो क्यों और कैसे लगी, और किसने लगाई।
Hey @KSRTC_Journeys I Noticed This Bus In Chikmaglur Bus Stand , In back side of the bus,there is a religious photo.
— ಆರಿಫ್ ಅರ್ವಾ (@Arifarwahsdpi) July 31, 2024
Is it ok to put any religious photos on government buses?
Please take action on the driver and conducter @CMofKarnataka @DgpKarnataka @DKShivakumar pic.twitter.com/oYTSCNlnnc
बस नंबर KA-10 F-0455, जो गुंडलूपेट से चिकमगलूर तक चलती है, पर बजरंग बली की फोटो लगी थी। इस पर सबसे पहले आरिफ अरवाह नाम के एक व्यक्ति ने आपत्ति जताई। 31 जुलाई 2024 को आरिफ ने बस की फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट की और KSRTC को टैग करके सवाल पूछा। KSRTC ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आपकी पोस्ट के लिए धन्यवाद्, हम इस मामले की जांच करेंगे। आरिफ अरवाह, जो चिकमगलूर विधानसभा क्षेत्र में SDPI (Social Democratic Party of India) का महासचिव है, ने यह विवाद शुरू किया। SDPI भारत में बैन किए गए आतंकी संगठन PFI का राजनीतिक फ्रंट है। आरिफ अरवाह का सोशल मीडिया प्रोफाइल "फ्री फिलिस्तीन" और "भूख और भय से आजादी" जैसे नारों से भरा है।
कर्नाटक में कांग्रेस और मुस्लिम तुष्टिकरण का मुद्दा नया नहीं है। कांग्रेस ने मुस्लिम आरक्षण की शुरुआत की थी, जिसे बाद में भाजपा सरकार ने खत्म कर दिया था। 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में फिर से मुस्लिम आरक्षण देने की बात कही थी। कर्नाटक में 2011 की जनगणना के अनुसार मुस्लिम जनसंख्या का 12% हैं और विभिन्न आरक्षण कैटेगरी में मुस्लिमों की कई जातियाँ शामिल हैं। स्थानीय निकाय के चुनावों में भी ओबीसी के लिए आरक्षित सीटों पर मुस्लिमों को चुनाव लड़ने की इजाजत है।
रीवा में प्राइवेट स्कूल की जर्जर दिवार गिरी, 4 बच्चों की दुखद मौत, 4 घायल
'देश को नकारात्मक सोच की तरफ ले जाने का काम कर रही कांग्रेस..', राहुल गांधी पर सिंधिया का हमला