रांची: झारखंड पुलिस के आतंकरोधी दस्ते (ATS) ने दो आतंकियों को अरेस्ट किया है। इनकी शिनाख्त गोड्डा के रहने वाले आरिज हसनैन और हजारीबाग के निवासी मोहम्मद नसीम के रूप में हुई है। इन दोनों के तार खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) से जुड़े हुए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, हसनैन फिलस्तीन जाने की तैयारी में था और वहाँ वह फिदायीन (छाती पर बम बांधकर फट जाना) हमला कर अल अक्सा मस्जिद को यहूदियों से आजाद कराना चाहता था।
Jharkhand ATS had received the information that Ariz Hasnain, a resident of Rahmat Nagar under Asanbani PS, Godda was spreading ISIS ideology through social media and radicalizing innocent people. Acting upon the information, ATS interrogated him and found his association with… pic.twitter.com/Hhx0uT0prz
— ANI (@ANI) November 8, 2023
रिपोर्ट के अनुसार, ATS ने पहले हसनैन को पकड़ा, जो सोशल मीडिया के माध्यम से मुस्लिम युवाओं में ISIS की जहरीली विचारधारा फैला रहा था। उसने पूछताछ में नसीम का नाम लिया। इसके बाद नसीम को भी ATS ने पकड़ा। ISIS के अलावा दोनों के पाकिस्तान के आतंकी संगठनों से संपर्क के भी सुराग एजेंसी को मिले हैं। हसनैन ने पूछताछ में कबूला है कि नसीम ने ही उसे हमास, ISIS और अन्य आतंकी संगठनों के बारे में जानकारी दी थी। उसे ‘जिहाद’ और ‘क्रुफ बीथ तागूत’ नामक पुस्तकें भेजी, जिसे पढ़कर वह इस्लाम के नाम पर जिहाद करने के लिए प्रेरित हो। बता दें कि, ये पुस्तकें ISIS के विश्वभर में इस्लामी शासन स्थापित करने के एजेंडे के विषय में जानकारी देती हैं।
ATS के मुताबिक, हसनैन और नसीम दोनों पाकिस्तान और अफगानिस्तान के इस्लामिक आतंकी संगठनों के भी संपर्क में थे। इनके तार कश्मीर के भी कई युवक-युवतियों से भी जुड़े हुए पाए गए हैं। हसनैन सोशल मीडिया के जरिए निरंतर आतंकी विचारधारा को फैला रहा था। अपने कट्टर विचारों को फैलाने और सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देने के लिए हसनैन और नसीम टेलीग्राम एप का इस्तेमाल करते थे। अब ATS ने इन पर आतंक फैलाने सहित कई धाराओं में केस दर्ज कर इन्हें अरेस्ट कर लिया है और आगे की पूछताछ कर रहे हैं।
बता दें कि, 7 अक्टूबर 2023 को फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास ने इजरायल पर अचानक हमला करके 1,400 लोगों की हत्या कर दी थी। कई बच्चों को जलाकर, काटकर और अन्य निर्मम तरीकों से मार डाला था, महिलाओं के नग्न शरीर सड़कों पर घुमाए थे। जिसके बाद से इजराइल आगबबूला है और उसने हमास को जड़ से ख़त्म करने की कसम खाई है और तब से ही वह हमास के ठिकानों पर गाजा में बमबारी कर रहा है। वहीं, पूरी दुनिया के अधिकतर इस्लामी मुल्क, हमास का बचाव करने में लगे हुए हैं। इसी क्रम में हसनैन फिलस्तीन जाकर हमास के समर्थन में फिदायीन हमला करने की फिराक में था। बता दें कि, फिदायीन हमलावर उसे कहते हैं, जब कोई आतंकी, जन्नत और हूरों की लालच में निर्दोष लोगों के बीच छाती पर बम बांधकर फट जाते हैं। हसनैन यही बनना चाहता था और अल अक्सा मस्जिद के पास यहूदियों के बीच फटना चाहता था।
सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में 65 फीसद आरक्षण, नितीश सरकार ने पारित किया प्रस्ताव