रांची : प्रदेश के खूंटी लोकसभा सीट से विजयी भाजपा प्रत्याशी अर्जुन मुंडा ने सोमवार को जनजातीय मामलों के मंत्री के रूप में पदभार संभाल लिया। मुंडा ने ट्विटर पर लिखा कि आज मैंने जनजातीय मामलों के मंत्री का पदभार संभाला। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश के जनजातियों के चहुंमुखी विकास के लिए काम करने का संकल्प है। आप सबों का स्नेह और आशीर्वाद चाहिए।
अदालत से रॉबर्ट वाड्रा को नहीं मिली इजाजत, जाना चाहते थे लंदन
संगठन में भी है सक्रीय
जानकारी के मुताबिक अर्जुन मुंडा तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। केंद्र सरकार में वे झारखंड के इकलौते मंत्री हैं। पिछली सरकार में दोनों मंत्री राज्यमंत्री थे, जबकि मोदी सरकार-2 में अर्जुन मुंडा को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।1995 में पहली बार खरसावां से विधायक बने मुंडा ने 2014 में जमशेदपुर संसदीय चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया, मगर इसके बाद हुए विधानसभा चुनाव में वे खरसावां सीट से चुनाव हार गए। हालांकि वे संगठन में लगातार सक्रिय रहे।
VIDEO: विधायक की सरेआम गुंडागर्दी, सड़क पर महिला को लात-घूंसो से पीटा
ऐसे शुरू हुआ राजनैतिक जीवन
इसी के साथ लोकसभा चुनाव 2019 में खूंटी से पूर्व सांसद करिया मुंडा का टिकट काट अर्जुन मुंडा को टिकट दिया गया, जिसमें वे हारते-हारते महज 1445 वोट से जीते। मुंडा का राजनीतिक जीवन 1980 से शुरू हुआ। उस वक्त अलग झारखंड आंदोलन का दौर था। अर्जुन मुंडा ने राजनीतिक पारी की शुरूआत 1995 में झारखंड मुक्ति मोर्चा से की। बतौर भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी 2000 और 2005 के चुनावों में भी उन्होंने खरसावां से जीत हासिल की।
रॉ चीफ और IB हेड के साथ बैठक ले रहे अमित शाह, इन मुद्दों पर हो रही चर्चा
अयोध्या मामले पर रामविलास वेदांती का बड़ा बयान
साइकिल से कार्यालय पहुंचे मोदी के मंत्री, देखने के लिए उमड़ी भीड़