नई दिल्ली : कारगिल विजय दिवस के लिए तैयारियां जोर-शोर से चल रही है. इसे लेकर आज कुछ समय पहले ही कर्नाटक की राजधानी बैंगलोर से सेना के जवान मोटरसाइकिल यात्रा के माध्यम से कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए कारगिल पहुंच चुके है. शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के साथ ही सेना के जवानों का उद्देश्य आज की युवा पीढ़ी को सेना में शामिल करने का है.
आज लोगों के झूठे बर्तन धोता है करगिल युद्ध का यह योद्धा
बता दे कि ठीक 19 साल पहले भारत ने कारगिल युद्ध पर विजय प्राप्त की थी. कल पूरा देश भारत की पाकिस्तान पर जीत को कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाएगा. जानकारी के लिए बता दे कि कारगिल जम्मू एंड कश्मीर का एक जिला है जो कि श्रीनगर से करीब 200 किलोमीटर दूर है.
केवल 12 प्वाइंट में जानें कारगिल युद्ध को
भारतीय इतिहस में 1999 का कारगिल का युद्ध काफी महत्वपूर्ण स्थान रखता है. भारतीय सेना ने इस युद्ध में पाकिस्तान की सेना को चारों खाने चित कर दिया था. इस युद्ध में भारतीय सेना के कुल 527 सैनिक शहीद हुए थे. वहीं 1363 लोग घायल हुए थे. जबकि सरकारी आंकड़ों के अनुसार पाक सेना के 357-453 सैनिक मारे गए थे. वहीं 665 से अधिक घायल हुए और आठ फौजी बंदी बने थे.
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