जैसलमेर: परमाणु नगरी के नाम से विख्यात पोकरण में खुले आम व्यापारी सेना की वर्दी को बेच रहे हैं. जिस के चलते आम लोगों सहित संदिग्ध इंसान भी सेना के कपड़े पहन बेरोकटोक प्रतिबंधित क्षेत्र घूम सकते है.बल्कि सेना की वर्दी का किस प्रकार से गलत उपयोग हो सकता है ये हम पहले भी देख चुके हैं.
गौरतलब है कि सेना की वर्दी पहने शख्स को पहली नजर में सभी सेना का जवान ही मानता है. यही नहीं जब वह कोई संदेहास्पद गतिविधि को अंजाम न दे पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी भी उससे पूछताछ करने से कतरा हैं.इसके कारण कभी भी देश की सुरक्षा में सेंध लग सकती है
सरहद से सटे और परमाणु परीक्षण के बाद विश्व मानचित्र पर उभरे पोकरण पर दुश्मन देश पाकिस्तान की विशेष नजर रहती है. पोकरण क्षेत्र में पाकिस्तानी जासूस व संदिग्धों के पकड़े जाने की खबरें भी आती ही रहती हैं. ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों द्वारा लगातार पकड़े जा रहे पाक जासूस व संदिग्धों के बाद भी लापरवाही बरती जा रही है.
यही वजह है कि देश में सुरक्षा को लेकर सतर्क रहने वाले अधिकारियों की लापरवाही के चलते पोकरण में व्यापारियों को धड़ल्ले से सेना के सामान के साथ-साथ सेना की वर्दी का सामान भी बेचते देखा जा सकता है. सेना की टोपी, चिन्ह, बेल्ट, स्टार सहित सभी सामान आपको यहां बाजार में बेचा जाता मिल सकता है. यही नहीं व्यापारी द्वारा सेना का सामान खरीदने वाले शख्स की न तो जानकारी ली जाती है और न ही उसका आईकार्ड देखा जाता है. कार्रवाई के डर से बेखौफ होकर उसको सामान बेच दिया जाता है. देश की सरहद के नजदीक ऐसी लापरवाही का फायदा आतंकी कभी भी उठा सकते हैं और देश की सुरक्षा में कभी भी सेंध लगा सकते हैं.
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