नईदिल्ली। भारतीय थल सेना के अध्यक्ष बिपिन रावत ने अपना पदभार ग्रहण करने के बाद पाकिस्तान को आतंकवाद के मसले को लेकर चेता दिया। उन्होंने कहा कि यह देश और सेना अमन और शांति चाहता है। इसका यह अर्थ नहीं है कि हम सभी कमजोर हैं। हम अपनी शक्ति का उपयोग कर सकते हैं और इसका उपयोग करने से पीछे नहीं हटेंगे। सेना प्रमुख ने कहा कि वे सीमाओं की रक्षा के लिए तैयार हैं। और सेना के सभी जवान एक हैं।
भले ही उनकी तैनाती किसी भी स्थान पर हो। सेना की पूर्वी कमान के लेफ्टिनेंट जनरल प्रवीण बख्शी ने कहा कि वे नए सेना अध्यक्ष को सपोर्ट करेंगे इतना ही नहीं वे अपनी नियुक्ति इस पद पर नहीं होने से नाराज नहीं हैं। उन्होंने सेना अध्यक्ष बिपिन रावत को समर्थन देने की घोषणा भी की।
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने 30 दिसंबर को शाम को पुणे में सेना की दक्षिणी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एमए हेरिज से भेंट की। हालांकि दोनों के बीच क्या चर्चा हुई इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है लेकिन यह तय है कि रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर द्वारा हेरिज की जिम्मेदारी को महत्वपूर्ण बताया है।
बिपिन के हाथों मोदी ने सौंपी सेना की कमान
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