पटना: देश में एक बार फिर त्योहारों की उमंग में साम्प्रदायिकता की आग भड़क उठी है. बिहार के जिले भागलपुर से गुड़ी पड़वा के अवसर पर जतीय हिंसा का मामला सामने आया है, स्थानीय पुलिस ने बताया है कि नववर्ष का जुलुस निकालते समय दो समुदायों में हिंसक झड़प हो गई. जिसके बाद दोनों समुदायों के लोगों ने एक-दूसरे पर पथराव करना शुरू कर दिया, इसी बीच मामला ज्यादा बढ़ गया और गोलियां चलने लगीं, भड़की हुई भीड़ ने दुकानों एवं वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया. इसी घटना में भीड़ को नियंत्रित करने पहुंचे कुछ पुलिस जवान भी घायल हो गए.
आपको बता दें कि इस ज़ुलूस की शुरुआत बुधनाथ मंदिर से हुई और पूरे शहर से होते हुए यह नाथनगर पहुंचा, धार्मिक जुलूस में गाने-बजाने को लेकर पहले तो कुछ स्थानीय लोगों ने आपत्ति जताई, जिसके बाद विवाद बढ़ जाने पर दोनों समुदायों के बीच पथराव होने लगा. मौके पर पहुंची पुलिस टीम का हिस्सा रहे पुलिसकर्मियों की बांह पर गोलियां लगी, साथ ही तीन स्थानीय निवासी भी हिंसा के दौरान घायल हो गए, जिन्हे एम्बुलेंस द्वारा नज़दीकी अस्पताल पहुँचाया गया.
दोनों समुदायों के बीच गर्म माहोल को देखते हुए इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है, भागलपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मनोज कुमार ने बताया कि, हालात तनावपूर्ण जरूर हैं, लेकिन नियंत्रण में है. गौरतलब है कि, गणतंत्र दिवस पर भी इसी तरह यूपी के कासगंज में तिरंगा यात्रा को लेकर दो समुदाय आमने सामने आ गए थे और मामला काफी बढ़ गया था. कासगंज में हुए दंगों में चन्दन नाम के एक शख्स कि गोली लगने से मौत हो गई थी, जबकि कुछ अन्य लोग घायल हो गए थे.
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