नई दिल्ली: प्रति वर्ष 13 फरवरी को विश्व रेडियो दिवस मनाया जाता है। एक दौर था जब रेडियो हमारे जीवन का बेहद अहम हिस्सा हुआ करता था। सूचना, संचार और गीतों के जरिए मनोरंजन के अहम माध्यम के तौर पर रेडियो का उपयोग किया जाता था। किन्तु टेलिविजन और मोबाइल जैसी चीजें आने के बाद रेडियो का पहले जैसा उपयोग नहीं हो रहा है, मगर फिर भी इसका महत्व कम नहीं हुआ।
विश्वभर में सूचना के आदान-प्रदान और लोगों को शिक्षित करने में रेडियो ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसका उपयोग युवाओं को उन विषयों की चर्चा में शामिल करने के लिए किया गया जो उन्हें प्रभावित करते हैं। इसने प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं के दौरान लोगों की कीमती जानों को बचाने में सहायता की है। रेडियो पत्रकारों के लिए एक प्लैटफॉर्म हुआ करता था जिसके जरिए वह अपनी रिपोर्ट दुनिया तक पहुंचाते थे और अपनी बात कहते थे।
वर्तमान दौर में भी यह सूचना फैलाने का सबसे शक्तिशाली किन्तु सस्ता माध्यम है। हालांकि रेडियो सदियों पुराना माध्यम हो चुका है, किन्तु अब भी संचार के लिए इसका उपयोग होता है। इसके साथ ही 1945 में इसी दिन यूनाइटेड नेशंस रेडियो से पहली बार कार्यक्रम का प्रसारण हुआ था। रेडियो की इन अहमियतों के मद्देनज़र प्रतिवर्ष रेडियो दिवस मनाया जाता है। आधिकारिक रूप से पहला विश्व रेडियो दिवस 2012 में मनाया गया।
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