आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम येदिगुरी संदिंती राजशेखर (YSR) रेड्डी एक मानवतावादी नेता माने जाते हैं। 2004 से 2009 के दौरान उन्होंने दो बार राज्य की कमान संभाली। 2 सितंबर 2009 को उनका हेलीकॉप्टर अचानक नल्लामला के जंगलों में गायब हो गया। अगले दिन कुरनूल में उसका मलबा मिला। इस हादसे में YSR रेड्डी सहित हेलीकॉप्टर में सवार सभी पांच लोगों की मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस दर्दनाक हादसे की खबर सुनकर प्रदेश में 122 लोगों की मौत हो गई। इनमें से कई लोग सदमें में दिल का दौरा पड़ने की वजह से और कुछ लोगों ने आत्महत्या कर की। आज 2 सितम्बर को रेड्डी की पुण्यतिथि है।
8 जुलाई 1949 को पुलीवेदुला के एक मध्यमवर्गीय इसाई परिवार में रेड्डी का जन्म हुआ था, वो अपने पांच भाई बहनों में सबसे बड़े थे। उन्होंने कर्नाटक के कुलबर्गा से मेडिकल की शिक्षा प्राप्त की और आंध्र प्रदेश के कडप्पा जिले में मेडिकल ऑफिसर बन गए। राजनीति में कदम रखने से पहले 1973 में उन्होंने 70 बेड का एक चैरिटेबल अस्पताल बनाया। रेड्डी का विवाह विजय लक्ष्मी से हुआ, उनका एक बेटा है वाईएस जगन मोहन और बेटी वाईएस शर्मिला। पिता की मौत के बाद जगन मोहन ने नई पार्टी वाईएसआर कांग्रेस का गठन किया और वे फिलहाल आंध्र प्रदेश के सीएम हैं।
ईसाई होने के बाद भी राजशेखर रेड्डी दर्शन के लिए अक्सर तिरुपति मंदिर जाते रहते थे। रेड्डी ने 1978 में सक्रिय राजनीति में एंट्री ली और उसी साल ग्रामीण विकास राज्य मंत्री बन गए। इसके बाद साल दर साल वे अलग-अलग मंत्रालय में काम करते रहे। 2004 में उन्होंने आंध्र प्रदेश के 14वें सीएम के रूप में शपथ ली। 2009 में भी उनकी जीत का सिलसिला जारी रहा और एकबार फिर सीएम चुने गए। आज भी अपने कार्यों की वजह से रेड्डी लोगों के दिलों में रहते हैं।
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