नई दिल्लीः भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व वित्त मंत्री सियासत के साथ-साथ क्रिकेट में भी सक्रिय थे। जेटली का आज 12 बजे एम्स में निधन हो गया । वह काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। उनके निधन से पूरे देश में शौक की लहर है। खेल जगत से जुड़े होने के कारण इस जगत के लोगों से उनके कापी करीबी संबंध थे। इसिलिए यहां भी शौक की लहर है। जेटली दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। गौतम गंभीर, वीरेंन्द्र सहवाग जैसे कई क्रिकेटरों के करियर को संवारने में उनका भी बड़ा योगदान रहा।
सहवाग और जेटली के बीच हमेशा ही अच्छे रिश्ते रहे, मगर एक समय ऐसा भी आया था कि जब डीडीसीए और सहवाग के बीच मनमुटाव हो गया था और फिर यह दूरियों में बदल गई। दूरियां इतनी अधिक बढ़ गई थी कि सहवाग ने दिल्ली छोड़कर हरियाणा जाने की योजना बना ली थी। वह हरियाणा से खेलने की तैयारी करने लगे थे. सभी औपचारिकताएं भी पूरी हो गई थीं।
मगर जैसे ही यह बात अरुण जेटली को पता चली, उन्होंने खुद सहवाग से बात की और उन्हें दिल्ली छोड़कर जाने से रोकने का प्रयास किया। काफी बातचीत और समझाने के बाद दिग्गज खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग ने अरुण जेटली की बात मान ली और दिल्ली काे छोड़कर नहीं गए. सिर्फ वीरेंद्र सहवाग ही नहीं दिल्ली गौतम गंभीर, आशीष नेहरा जैसे खिलाड़ियों के भी संबंध जेटली से काफी अच्छे थे। जेटली के निधन पर सहवाग ने दुख जाहिर करते हुए कहा कि उन्होंने दिल्ली से कई क्रिकेटर्स को भारत का प्रतिनिधित्व करने का अवसर दिलाने में अहम भूमिका निभाया है।
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