नई दिल्ली: पूर्व वित्त मंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता दिवंगत अरुण जेटली के नाम पर राज्यसभा सचिवालय ने कर्मचारियों के कल्याण के लिए एक योजना आरंभ की है. जेटली का राज्यसभा के साथ लंबे समय तक जुड़ाव रहा है. बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री का अगस्त 2019 में निधन हो गया था. जेटली के देहांत के बाद उनकी पत्नी संगीता जेटली ने उच्च सदन के अध्यक्ष एम वेंकैया नायडू से अनुरोध किया था कि वे पेंशन की राशि को राज्यसभा के निम्न वेतन वर्ग वाले कर्मचारियों के कल्याण के लिए दान करना चाहते हैं.
अब राज्यसभा सचिवालय ने एक योजना तैयार की है, जिसे महासचिव, राज्यसभा ने हरी झंडी दिखा दी है. इस साल से योजना का शुभारंभ किया जा रहा है. उच्च सदन में अब “ग्रुप सी एम्प्लॉइज के लिए अरुण जेटली वित्तीय सहायता” योजना के तहत इन कर्मचारियों के बच्चों को इंजीनियरिंग, मेडिसिन, MCA/MBA/LLB के क्षेत्र में उच्च तकनीकी/व्यावसायिक शिक्षा के लिए तीन छात्रवृत्ति प्रदान की जाएंगी. इसके साथ ही, कर्मचारियों को मृत्यु और मेडिकल इमरजेंसी के मामले में आर्थिक मदद दी जाएगी.
वर्तमान दरों पर संगीता जेटली की वार्षिक पारिवारिक पेंशन पात्रता तीन लाख रुपये से ज्यादा होती है. राज्यसभा सचिवालय ने पुष्टि की है कि उन्होंने गत वर्ष अगस्त से अब तक की पूरी राशि सचिवालय को ट्रांसफर कर दी है.
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