नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकता में सीबीआई बनाम सूबे की सीएम ममता बनर्जी के बीच चल रहा घमासान आज लगातार तीसरे दिन भी जारी है. अब इस मामले पर केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने ममता बनर्जी पर हमला बोला है. अरुण जेटली ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार से पूछताछ करने के लिए गई केंद्रीय जाँच ब्यूरो (सीबीआई) टीम को रोकने में ममता बनर्जी ने जल्दबाजी में जो प्रतिक्रिया दी है, उससे जनता के सामने कई मुद्दे चर्चा के लिए आ गए हैं.
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जेटली ने कहा है कि सबसे अहम् बात यह है कि एक क्लेपटोक्रेट क्लब (एक ऐसा शासक जो अपनी ताकत के उपयोग से देश के संसाधनों का दोहन करता है) वो आज भारत देश पर शासन करना चाहता है. जेटली ने अपने फेसबुक पोस्ट में चिटफंड घोटाले और इसकी जांच के सम्बन्ध में भी विस्तार से लिखा है. जेटली ने कहा है कि यह मामला 2012-13 में प्रकाश में आया था. उस समय इस मामले की जांच सर्वोच्च न्यायालय ने सीबीआई को सौंपी थी. सीबीआई ने कई लोगों को गिरफ्तार किया था, वहीं कई आरोपी अभी बेल पर हैं.
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जेटली ने सवाल पूछा है कि अगर सीबीआई एक पुलिस अधिकारी से घोटाले के संबंध में पूछताछ करना चाहती है, तो यह कैसे सुपर इमरजेंसी, संघीय ढांचे पर प्रहार और संस्थाओं को नष्ट करना बन जाता है? जेटली ने स्पष्ट कहा है कि यह सोचना कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी एक पुलिस अधिकारी से जांच को लेकर धरने पर बैठी हैं, यह सरासर गलत होगा. जेटली ने लिखा है कि ममता बनर्जी धरने पर इसलिए बैठी हैं, ताकि वे अपने प्रतिद्वंदियों (विपक्षी दलों) में वो खुद को पीएम पद के लिए सबसे आगे रख सके. पीएम मोदी पर हमला करना उनकी एक रणनीति है. इसके जरिए वे अपने साथ के लोगों को अलग कर खुद को सबसे आगे रखना चाहती हैं.
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