नई दिल्ली: मोदी सरकार में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विपक्षी दलों को ‘‘बात-बात पर विरोध करने वाले’’ करार देते हुए उन पर झूठ फ़ैलाने और एक निर्वाचित सरकार को कमजोर करने की कोशिश करके लोकतंत्र को नष्ट करने का आरोप लगाया. उन्होंने कांग्रेस या अन्य विपक्षी दलों का नाम लिए बिना एक फेसबुक पोस्ट साझा करते हुए कहा है कि, सकारात्मक मानसिकता वाले लोगों से और राष्ट्रीय शक्ति से ही एक राष्ट्र का निर्माण होता है ना कि केवल ‘‘बात-बात पर विरोध जताने वालों से.’’ सूत्रों के मुताबिक, जेटली फ़िलहाल चिकित्सा जांच के लिए अमेरिका में हैं.
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उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि, ‘‘बार-बार झूठ गढ़ने का कोई पछतावा नहीं होता है, अगर वे देश के आम हित के विरुद्ध चले जाते हैं तो भी वे तर्क पैदा कर सकते हैं, वे भ्रष्टाचार के रूप में धर्मयुद्ध करने का स्वांग बखूबी रच सकते हैं. अपनी सहूलियत के लिहाज से वे दोहरे मानदंड भी अपनाना जानते हैं.’’ आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों के लिए 10 फीसद आरक्षण और राफेल रक्षा सौदे सहित कई मुद्दों पर राजनीतिक दलों की आलोचना का हवाला देते हुए जेटली ने कहा है कि ‘‘बात-बात पर झूठ बोलने वालों’' का सोचना है कि, सरकार कुछ भी अच्छा कार्य नहीं कर सकती है, इसीलिए सरकार के प्रत्येक कार्य में रोड़े अटकाए जाने चाहिए.
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उन्होंने पूछा है कि, क्या वाम उदारवादियों को स्वतंत्रता के संग्राम के दौरान गांधीजी द्वारा उठाए विभिन्न कदमों में कोई कमियां नजर नहीं आईं थीं? संप्रभु निर्वाचित सरकार को कमजोर करना और निर्वाचन के अयोग्य पक्ष को मजबूत करना केवल लोकतंत्र की बर्बादी है.’’
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