ईटानगर : पिछले कुछ दिनों से सुलग रहे अरुणाचल प्रदेश में अब तेजी से हालात सामान्य हो रहे हैं। राज्य में सोमवार को कहीं से किसी हिंसक वारदात की सूचना नहीं मिली। राजधानी ईटानगर व आसपास के इलाकों में बेमियादी कर्फ्यू लागू है और इंटरनेट सेवाएं भी ठप हैं। छह जनजातियों को स्थायी निवास प्रमाणपत्र देने के संयुक्त उच्चाधिकार समिति की सिफारिशों के विरोध में बडे़ पैमाने पर भड़की हिंसा व आगजनी में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई थी।
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जमकर हुआ था हंगामा
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने सैकड़ों वाहन, शॉपिंग माल के अलावा उपमुख्यमंत्री का बंगला भी जला दिया था। संयुक्त समिति ने राज्य के नामसाई और चांगलांग जिलों में रहने वाले छह ऐसी जनजातियों को स्थायी निवास प्रमाणपत्र देने की सिफारिश की थी जो अरुणाचल के मूल निवासी नहीं हैं लेकिन दशकों से यहां रह रहे हैं। वही सरकार ने इन सिफारिशों को शनिवार को विधानसभा में पेश करने का एलान किया था। इसके बाद ही राज्य में हिंसा भड़क उठी।
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अब सामान्य हो रहे हालात
जानकारी के लिए बता दें 16 संगठनों ने इसके विरोध में गुरूवार से 48 घंटे बंद की अपील की थी। वही शुक्रवार शाम से लोग हिंसक हो उठे। शनिवार और रविवार को भी हिंसा और आगजनी हुई। इस दौरान पुलिस की गोली से दो युवकों की मौत से लोगों का गुस्सा और भड़क उठा। बिगड़े हालात को देखते हुए राज्य सरकार ने फिलहाल समिति की सिफारिशों को ठंडे बस्ते में डालने का एलान किया है। इस बीच, केंद्र ने राज्य में केंद्रीय बलों की 10 और कंपनियां भेज दी हैं।
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