अमृतसर: आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने चुनावी घोषणाएं करते हुए कहा कि, सरकार बनने पर दिल्ली की तर्ज पर पंजाब के स्कूलों का विकास करेंगे और शिक्षकों के सहयोग से स्कूलों की स्थिति बदलेंगे. सीएम केजरीवाल ने कहा कि पंजाब में शिक्षा का बहुत बुरा हाल है, जिसमें बड़े सुधार की आवश्यकता है. हमारे इस मिशन में अध्यापक अहम भूमिका निभाएंगे. उन्होंने कहा कि, 'यदि पंजाब में हमारी में सरकार बनती है तो सबसे पहले हम कॉन्ट्रैक्ट पर नौकरी कर रहे सारे अध्यापकों को पक्का करेंगे. हमारी चन्नी साहब से आग्रह है कि आप इन अध्यापकों की मांग पूरी करें.'
सीएम केजरीवाल ने कहा कि, पंजाब में तमाम जगहों से शिक्षक मुझसे मिलने को आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि, पंजाब के सारे शिक्षकों को आमंत्रित करता हूँ कि राज्य के पुनर्निर्माण में आप लोग शामिल हों. सीएम केजरीवाल ने पंजाब के अमृतसर में कहा कि एक ओर अध्यापकों के पद रिक्त हैं और दूसरी ओर अध्यापक बेरोज़गार घूम रहे हैं। पंजाब में सरकार बनते ही हम परीक्षा करवाकर इन सारे पदों पर भर्ती करेंगे, जिससे अध्यापकों को रोज़गार और बच्चों को शिक्षक मिल सकें.
सीएम केजरीवाल ने कहा कि, आपके साथ मिलकर जो दिल्ली के भीतर शिक्षा में सुधार हुआ है, पंजाब में शिक्षा के क्षेत्र में भी परिवर्तन करना है. संविदा शिक्षकों को जो 18 वर्षों से काम कर रहे हैं, उन्हें 10 हज़ार रुपए वेतन मिल रहा है. दिल्ली में न्यूनतम वेतन 15 हज़ार हैं. सरकार बनने के बाद सभी संविदा शिक्षकों को परमानेंट कर दिया जाएगा. पंजाब में शिक्षकों के सहयोग से शिक्षा का माहौल बदलेंगे. ठेके पर काम कर रहे टीचर्स की स्थाई नियुक्ति की जाएगी. चंडीगढ़ में ऐसे शिक्षक बहुत दिन से धरना दे रहे हैं. उनकी माँग है कि उन्हें आप जल्दी पक्का करो. यदि चन्नी साहब ने उनकी मांग नहीं मानी, तो मैं अगले दौरे में उनसे मिलने जाऊँगा.
बसपा कार्यकर्ताओं को मायावती का आदेश- चुनावी तैयारियों में जुटें, 2007 की तरह परिणाम मिलेंगे
'कांग्रेस में आगे बढ़ने के लिए 'एक परिवार' में पैदा होना जरुरी..', जेपी नड्डा का तंज
'2014 के बाद से हम अमेरिका के गुलाम हैं ..', इस कांग्रेस नेता ने किया दावा