NCB ने ड्रग मामले में अपराधी आर्यन खान एवं उसके मित्रों को लेकर नया दावा किया है। एजेंसी के अनुसार, तहकीकात में सामने आया है कि ये लोग ड्रग्स से संबंधित लेन-देन के लिए डार्कनेट के उपयोग कर रहे थे। आर्यन खान ने ये भुगतान स्वयं की थी या फिर अपराधियों में से किसने की थी एजेंसी ने फिलहाल इस बारे में साफ़ कुछ नहीं बताया है। इस केस में अपराधी आर्यन खान, मर्चेंट एवं धमेचा ने जमानत के लिए बॉम्बे उच्च न्यायालय का रुख किया है तथा उनकी याचिकाओं पर 26 अक्टूबर को सुनवाई होगी।
वही NCB के एक अफसर के हवाले से बताया है कि NCB ने अपराधी के पास से हाइड्रोपोनिक वीड बरामद किया है, जिसकी संख्या अब 20 है। इसे डार्कनेट के माध्यम से खरीदा गया था। NCB ने छापेमारी के समय कथित रूप से कुछ अपराधियों से एमडीएमए पाया था। अफसर ने कहा कि यह ड्रग्स अधिकांश यूरोप एवं अमेरिका से मंगवाई जाती है। NCB अब इस बात की तहकीकात कर रही है कि अपराधी ने इसे कहां से हासिल किया। इन ड्रग्स को मंगाने के लिए डार्कनेट के माध्यम से भुगतान की जा रही थीं।
क्या है डार्क नेट?
डार्क नेट गुप्त इंटरनेट पोर्टल है जिसे सिर्फ विशिष्ट सॉफ्टवेयर, कॉन्फ़िगरेशन आदि के साथ-साथ एक्सेस किया जा सकता है। यह प्रथम बार नहीं है जब NCB ने क्रूज की छापेमारी के तत्काल पश्चात् डार्कनेट एवं बिटकॉइन का जिक्र किया है। हालांकि, अब NCB ने दावा किया है कि किस प्रकार से डार्कनेट का उपयोग किया गया है। बता दें कि कई आतंकी हमलों में भी हमलावरों के डार्कनेट के माध्यम से हथियार खरीदने के केस सामने आए हैं। डार्कनेट पर गैरकानूनी सामग्री सरलता से उपलब्ध होने की बातें सामने आती हैं।
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