‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ का ट्रेलर रिलीज के उपरांत डायरेक्टर सनोज मिश्रा को कोलकाता पुलिस ने समन भेज दिया है। उनका बोलना है कि इस मूवी से प्रदेश मुख्यमंत्री की छवि धूमिल करने का प्रयास भी किया जा रहा है। इस समन में पुलिस ने उन्हें पूछताछ के लिए 30 मई तक पेश होने के लिए बोला है। इस संबंध में एक शिकायत एमहर्स्ट स्ट्रीट थाने में 11 मई 2023 को शिकायत दर्ज कर ली गई है। जिसके साथ साथ सनोज मिश्रा को CRPC की धारा 41 ए के तहत लीगल नोटिस भेज दिया है। वहीं केस को आईपीसी की 120बी, 153ए, 501, 504, 505, 295ए, आईटी एक्ट की 66डी/88बी और सिनेमेटोग्राफी एक्ट की धारा 7 के तहत केस दर्ज किया जा चुका है।
नोटिस में डायरेक्टर सनोज मिश्रा को बोला है कि 30 मई से पहले थाने के एडिशनल ऑफिसर इंचार्ज को मिलना जरुरी है। डायरेक्टर ने इस लीगल नोटिस पर प्रतिक्रिया देते हुए बोला है कि ये फिल्म तथ्य आधारित है। उन्होंने यह चिंता भी जाहिर की कि हो सकता है कि बंगाल पुलिस उन्हें हिरासत में ले लिया गया है और गिरफ्तार करके जेल में ही मार डाले। लेकिन वो बता देना चाहते हैं कि उनकी मंशा राज्य की छवि पर दाग लगाने की बिलकुल भी नहीं है।
Sanoj Mishra (Director) received legal notice against film 'Diary Of West Bengal', produced by Jitendra Narayan Singh. The trailer looks way too straight forward.
The Hawk Eye (@thehawkeyex) May 26, 2023
Will it mark an impact like KashmirFiles/KeralaStory or end up in legal controversies only?pic.twitter.com/REkY56FNW1
#WATCH | Sanoj Mishra, director of the Hindi film "The Diary of West Bengal" speaks on the notice severed to him by the West Bengal police alleging that the director is trying to defame Bengal with this film, says, "My intention is not to malign the image of the state. We have… https://t.co/N00BlnwqOx pic.twitter.com/SOrakPdjCe
ANI (@ANI) May 26, 2023
वह बोले, “मैंने तथ्य आधारित मूवी बनाई है। मैं पीएमऔर गृहमंत्री से इस मामले पर संज्ञान लेने को बोलता हूँ। पश्चिम बंगाल में हत्याएँ, रेप और हिंदुओं के पलायन के केस बढ़ रहे हैं। मैंने पूरी रिसर्च की है। पूरी फिल्म तथ्यों पर हैं।” उन्होंने इस बारें में बोला है, “मैं एक बार पश्चिम बंगाल गया तो वापस नहीं आऊँगा। मैं झूठे केस में फँसाया जा रहा हूँ। उन्होंने मुझे ऐसी धाराओं में फँसाया है जैसे मैं कोई अपराधी या फिर आतंकी हूँ। हालाँकि, मैंने मूवी के लिए सभी आवश्यक तैयारियाँ पूरी कर ली हैं, जो अगस्त तक रिलीज होने वाली है। उन्होंने कहा, “मुझे देखना होगा कि ये फिल्म रिलीज हो।”
खबरों का कहना है कि द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल मूवी में रोहिंग्या मुस्लिमों और बांग्लादेशी कट्टरपंथियों का बंगाल में बढ़ता प्रभाव भी दिखा दिया है। फिल्म के ट्रेलर के उपरांत शिकायत इसलिए आई है क्योंकि इसमें दिखाया गया था कि ये अवैध घुसपैठ को राज्य सरकार का साथ है। इस ट्रेलर में 2013 की उस घटना का भी जिक्र है जब 200 हिंदुओं के घरों को आग के हवाले कर दिया है। जिसके साथ साथ ये भी दिखाया गया कि कैसे ममता बनर्जी राज्य में सीएए और एनआरसी लागू करने के विरुद्ध हैं।
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